अपराध का नया ट्रेंड, बिहार में चाइनीज कॉल ऐप से मांगी जा रही रंगदारी और फिरौती
बिहार में पुलिस की साइबर सेल से बचने के लिए अब अपराधी रंगदारी और फिरौती मांगने के लिए नए तरीके आजमा रहे हैं।
फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार में पुलिस की साइबर सेल से बचने के लिए अब अपराधी रंगदारी और फिरौती मांगने के लिए नए तरीके आजमा रहे हैं। अपराधी चाइनीज स्नूप कॉल ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं और बेखौफ होकर रंगदारी एवं फिरौती वसूल रहे हैं। इसके जरिए साइबर फ्रॉड करके लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे भी निकाले जा रहे हैं। पुलिस की साइबर सेल चाइनीज कॉल ऐप को सही से ट्रैक नहीं कर पा रही है।
दरअसल, मोबाइल में सिम नहीं है तो भी वाईफाई से कनेक्ट करके चाइनीज ऐप से कॉल किया जा सकता है। सबसे खास बात ये है कि अपराधी जो चाहेगा वो नंबर ही फोन रिसीव करने वाले के मोबाइल में नजर आएगा। ऐसे कॉल को ट्रेस करना भी मुश्किल है और रिटर्न कॉल भी नहीं हो पाता।
पुलिस साइबर सेल और डीआईयू (डिस्ट्रिक्ट इंटेलिजेंस यूनिट) के अधिकारियों ने बताया कि अहियापुर में बीते 10 मई को रॉकी नाम के लड़के का अपहरण कर हो गया था। किडनैपर्स ने उसके पिता से चाइनीज ऐप का इस्तेमाल करते हुए 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। अहियापुर में ही फरवरी 2022 में चावल कारोबारी को अपराधियों ने चाइनीज ऐप का इस्तेमाल करके कॉल किया और उससे रंगदारी मांगी थी। इस फोन को अभी तक ट्रेस नहीं किया जा सका है।
एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि सामान् तौर पर इस तरह के ऐप से की गई कॉल को ट्रैक नहीं किया जा सकता है। इन ऐप के कॉल ट्रेस करने के लिए कंपनियों की मदद लेनी पड़ती है। कॉल किस ऐप से की गई, यह पता चलने के बाद ही उस कंपनी से संपर्क हो सकेगा। यही वजह है कि स्नूप कॉल ऐप का इस्तेमाल होने पर उसे ट्रैक कर पाना मुश्किल है।