Nalanda: बिंदालाल के बेटे को मिली विवादित जमीन

परिवार को दूसरी विवादित जमीन दे दी गई

Update: 2024-08-02 04:17 GMT

नालंदा: बासगीत पर्चे की जमीन पर कब्जे की लंबी लड़ाई में थककर कलेक्ट्रेट में खुद को जिंदा जला लेने वाले कांटी के बिंदालाल गुप्ता के पुत्र मुन्ना गुप्ता को नया बासगीत पर्चा विवादित जमीन का ही दे दिया गया है. अब पीड़ित परिवार की चिंता है कि एक विवादित जमीन के बासगीत पर्चे के कारण बिंदालाल को जान देनी पड़ी. फिर परिवार को दूसरी विवादित जमीन दे दी गई है.

मुन्ना ने कांटी सीओ से मिलकर बासगीत पर्चे वाली जमीन पर विवाद की बात बताई. इस पर कांटी सीओ ने उससे कहा है कि जमीन पर कब्जा कैसे होगा यह प्रशासन तय करेगा. इधर, बिंदालाल के आत्मदाह के लिए जिम्मेदारों को चिह्नित कर अब तक गिरफ्तारी नहीं किए जाने से परिवार व समाज के लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है. इसको लेकर कांटी में को इंसाफ मार्च निकालने की तैयारी है. बिंदालाल के घर से कांटी ओवरब्रिज तक लोग हाथों में कैंडल लेकर इंसाफ मार्च निकालेंगे.

वहीं, मुन्ना का कहना है कि प्रशासन ने जिस जमीन का पर्चा दिया है उस पर पहले से तीन लोगों को बासगीत पर्चा दिया गया था. तीनों में से किसी का कब्जा नहीं हुआ. मामला कोर्ट में चल रहा है. उसे उसी जमीन का पर्चा दे दिया गया है. इस संबंध में कांटी के प्रमुख कृपाशंकर शाही ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर इस विवादित जमीन पर विस्तार से पोस्ट डाला है. उन्होंने बताया कि मुन्ना गुप्ता को जिस जमीन का पर्चा दिया गया है. उस पर पूर्व में तीन लोगों का पर्चा कटा गया था. लेकिन, तीनों का पर्चा लड़ाई के बाद रद्द कर दिया गया. जमीन के पुराने खतियानी रैयत कोर्ट में टाइटल शूट भी लड़ रहे हैं. इस जमीन के पीछे 17 परिवार बसे हुए हैं. उनकी पानी निकासी के लिए डेढ़ डिसमिल जमीन आयुक्त के आदेश से नाला निर्माण के लिए दिया गया है. ऐसे में मुन्ना को मिली बासगीत पर्चे की जमीन पूर्व से विवादित है. इस पर कब्जा से नया बखेड़ा खड़ा होगा. प्रखंड प्रमुख ने बताया कि इस संबंध में कांटी सीओ से लेकर एसडीओ तक को जानकारी दी थी. लेकिन, हड़बड़ी में बगैर सूझबूझ व पड़ताल किए मुन्ना को फिर विवादित जमीन का ही पर्चा दे दिया गया है.

इधर, कांटी इलाके में बिंदालाल के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा व परिवार में एक को नौकरी देने की मांग जोर पकड़ रही है. इसके लिए सामाजिक संगठन खुलकर सामने आ रहे है. को इंसाफ मार्च में भी यह मुद्दा उठाया जाएगा. बता दें कि बिंदालाल की पत्नी किशोरी देवी के आवेदन के आधार पर नगर थाने में दर्ज एफआईआर में नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है.

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