मुजफ्फरपुर में 90 मेगावाट बिजली कम मिली, एक से दो घंटे तक रोटेशन में रहे दर्जनों पीएसएस
मुजफ्फरपुर न्यूज़: गर्मी की दस्तक के साथ ही फरवरी से ही बिजली संकट बढ़ने लगा है. जिले में करीब दस घंटे तक आपूर्ति बाधित रही. रोटेशन पर बिजली मिलने से उपभोक्ता परेशान रहे. इस कारण शहर से लेकर गांव तक उपभोक्ता बेहाल रहे.
कहलगांव में एनटीपीसी का जेनरेटर ट्रिप कर गया था. इस कारण आपूर्ति में कमी हो गई. 170 मेगावाट की जगह 80 मेगावाट दी गई. सुबह नौ बजे से लेकर रात सात बजे तक बिजली संकट रहा. एसकेएमसीएच ग्रिड को 50 के बदले 25 मेगावाट बिजली मिली. इस कारण 33 केवीए सीआरपीएफ कैंप, बोचहां, सिकंदरपुर, एमआईटी, चंदवारा, एसकेएमसीएच पावर सब स्टेशन को कम बिजली मिली. इससे दर्जनों फीडर रोटेशन में रहे. द्वारिकानगर सुपर पावर ग्रिड को 50 के बदले 30 मेगावाट बिजली दी गई. भिखनपुरा ग्रिड को 20 मेगावाट ही बिजली मिली. मोतीपुर महवल ग्रिड को महज छह मेगावाट बिजली मिली.
कुढ़नी में उपभोक्ताओं का फूटा आक्रोश: बिजली संकट से कुढ़नी में उपभोक्ताओं का आक्रोश फूट पड़ा. उपभोक्ताओं ने पीएसएस पहुंचकर विरोध जताया. उपभोक्ता शंभू यादव ने बताया कि गर्मी शुरू होते ही बिजली आपूर्ति चरमरा रही है. इस बार भीषण गर्मी में संकट गहरा सकता है. बिजली विभाग के अधिकारी कम आवंटन को लेकर सही जानकारी नहीं दे रहे हैं.