मुजफ्फरपुर : 2 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, परिजनों में मचा कोहराम

Update: 2023-09-24 09:05 GMT
बिहार में साल 2016 में सीएम नीतीश कुमार ने पूर्ण रूप से शराबबंदी लगा दी, लेकिन बावजूद उसके प्रदेश में शराब तस्करी रूकने का नाम ही नहीं ले रहा. राज्य में एक के बाद एक जहरीली शराब पीने से मौत का सिलसिला थम ही नहीं ले रहा है. मुजफ्फरपुर के काजी मोहहमदपुर थाना क्षेत्र के पोखरियापिर अम्बेडकर नगर में संदिग्ध स्थिति में दो लोगों की मौत हो गई. दो लोगों की आंखों की रौशनी चली गई. परिजनों का कहना है कि झमरुआ यानी जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई. पप्पू राम और उमेश शाह ने शराब पी थी. रात में तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई. वहीं, धर्मेंद्र राम, राजू शाह की आंख की रोशनी चली गई.
 2 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
दो लोगों की आंखों की गई रोशनी
परिजनों का आरोप जहरीली शराब पीने से मौत
शराब पीने के बाद बिगड़ी थी तबीयत-परिजन
मौत से परिजनों में मचा कोहराम
आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस
मोहहमदपुर थाना इलाके का मामला
जहरीली शराब से 2 लोगों की मौत
मौत के बाद परिजनों का चीत्कार मची हुई है. रो-रो कर बुरा हाल बना हुआ है. मृतक के छोटे-छोटे बच्चे हैं. वहीं, मौत की खबर जैसे ही स्थानीय लोगों को दी गई, वहां भारी भीड़ जुट गई. सूचना मिलने के बाद मौके पर आनन फानन में पुलिस पहुंची और छानबीन की. वहीं, परिजनों ने मौत के बाद पुलिस प्रशासन पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. परिजनों का आरोप है कि यहां घर-घर शराब बनती है और बेची जाती है. पुलिस को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. जिसका नतीजा है कि आज 2 लोगों ने अपनी जिंदगी गंवा दी. वहीं, दो की आंखों की रौशनी चली गई. जिसकी आंख की रौशनी गई है, उसको कुछ दिखाई नहीं दे रहा है.
बता दें कि इससे पहले भी छपरा और मोतिहारी जहरीली शराबकांड से बिहार प्रशासन पर सवाल खड़े हो चुके हैं. उत्पाद विभाग लगातार राज्यभर में शराब तस्करों पर नकेल कसने के लिए छापेमारी कर रही है.
Tags:    

Similar News

-->