Munger: सदर अस्पताल के आउटडोर में मरीजों के ब्लड प्रेशर की जांच नहीं
इसके चलते मरीज का बन रहे हेल्थ कार्ड में मरीज के बीमारी की हिस्ट्री ऑन लाइन नहीं हो पा रही है
मुंगेर: सदर अस्पताल के आउटडोर में इलाज के लिए आए मरीजों की न तो ब्लड प्रेशर की जांच होती है और न मरीज के पर्ची पर बीमारी की कोई जानकारी लिखी जाती है. इसके चलते मरीज का बन रहे हेल्थ कार्ड में मरीज के बीमारी की हिस्ट्री ऑन लाइन नहीं हो पा रही है. वहीं रिपोर्ट ऑनलाइन हो रही है जो डॉक्टर के पर्ची पर लिखी होती है. इसका खुलासा सरकार को भाव्या के द्वारा भेजी जा रही रिपोर्ट से हुआ है. जिसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति ने नाराजगी जताई है और सीएस सहित डीपीएम को पत्र लिख कर इस व्यवस्था में सुधार लाने व मरीज के ब्लड प्रेशर की जांच के बाद ही दवा लिखने और बीमारी की फाइंडिंग लिखने का निर्देश जारी किया है.
बताया जाता है कि भाव्या की रिपोर्ट में मात्र पंद्रह प्रतिशत मरीज की ब्लड प्रेशर रिपोर्ट और केस हिस्ट्री जा रही है. जिनका ओटी में ऑपरेशन , लेबर रूम में प्रसूता, एसएनसीयू वार्ड व पीकू वार्ड में भर्ती मरीज के ब्लड प्रेशर की जांच से लेकर मरीज की केस हिस्ट्री व इमरजेंसी वार्ड में इलाज हुआ है. यह रिपोर्ट भाव्या एनजीओ के द्वारा हर रोज सरकारी पोर्टल पर भेजी जाती है. रिपोर्ट में मरीज का नाम ,पता इलाज करने वाले डॉक्टर का नाम पर्ची पर लिखी गई दवा सहित जांच की रिपोर्ट भेजी जाती है. पर्ची पर अगर ब्लड प्रेशर की रिपोर्ट लिखा है तो उसे भेजा जाता है. बताते हैं कि मरीज के पर्ची पर ब्लड प्रेशर , बीमारी की फाइंडिंग मरीज के पर्ची पर लिखने के कारण मरीज के ऑन लाइन हो रहे हेल्थ कार्ड पर रिपोर्ट आधा अधूरा हो रहा है.
इस बात को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति ने गंभीरता से लेते हुए निर्देश जारी किया है कि सरकार का निर्देश का पालन हो. इसके लिए सीएस को विशेष निर्देश दिया गया है. जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल आउटडोर में कई विभाग चलता है. इलाज के लिए आए मरीज का पहले रजिस्ट्रेशन होता है. फिर संबंधित डॉक्टर के पास इलाज के लिए भेजा जाता है. बताते हैं कि आउट डोर में अधिकांश विभाग के डॉक्टर के रूम में ब्लड प्रेशर जांच मशीन का अभाव है. साथ ही टेक्निकल स्टाफ की कमी है जो मरीज के ब्लड प्रेशर व बीमारी की हिस्ट्री लिख सके. इसको लेकर सदर अस्पताल के डॉक्टर ने खास कर मेडिसिन व इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर ने एक अतरिक्त डॉक्टर व बड़ा रूम देने की मांग पहले से करते आ रहे हैं. मगर अतरिक्त डॉक्टर की ड्यूटी नहीं दी गई है. इस संबंध में सीएस डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इलाज कर रहे डॉक्टर को मरीज के पर्ची पर केस हिस्ट्री के साथ ब्लड प्रेशर लिखना है. इसका निर्देश जारी कर दिया गया है, जो ऐसा नहीं करेंगे उनके विरुद्ध सरकार को लिखा जाएगा.