Motihari: पशुपालन विभाग के निर्देशानुसार व जिला पशुपालन विभाग के तत्वावधान में टीकाकरण का कार्यक्रम चलाया गया
बकरियों और भेड़ों में फैलती है गोट प्लेग की बीमारी
मोतिहारी: जिले के बकरियों व भेड़ों को गोट प्लेग अथवा पीपीआर की वायरल बीमारी से बचाने के लिए बिहार सरकार पशुपालन विभाग के निर्देशानुसार व जिला पशुपालन विभाग के तत्वावधान में टीकाकरण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जिला पशुपालन कार्यालय के नोडल पदाधिकारी डॉ.दुर्गेश कुमार ने बताया कि विगत दस दिनों से जिले में बकरियों व भेड़ों को पीपीआर बीमारी से बचाने के लिए निशुल्क टीकाकरण अभियान चल रहा है.इस महीने तक यह टीकाकरण अभियान चलता रहेगा. प्रखण्डों में टीकाकरण की जिम्मेवारी प्रखण्ड पशु चिकित्सा पदाधिकारियों को दी गयी है.
रोग के लक्षण यह रोग काटा ,गोट प्लेग या पीपीआर के नाम से जाना जाता है.यह एक संक्रामक बीमारी है जो चार माह से लेकर एक वर्ष तक के बकरियों व भेड़ में सबसे अधिक होती है.यह एक खास प्रकार के विषाणु मोरबिली वायरस के द्वारा होता है. इस रोग से प्रभावित पशुओं को तेज बुखार होता है,पशु सुस्त हो जाता है . पशुओं के बाल खड़े हो जाते है और पशु छींकने लगता है. आंख,नाक व मुंह से पानी निकलने लगता है. आंखों की पुतलियां सट जाती है तथा पशुओं को सांस लेने में परेशानी होने लगती है. बुखार उतरने के एक सप्ताह बाद पतला पैखाना होता है और बीमार पशु मर जाता है.
सात लाख तिरपन हजार वैक्सिन की हुई है आपूर्तिजिले के बकरियों व भेड़ों को पीपीआर का टीका दिलाने के लिए कुल सात लाख तिरपन हजार एक वैक्सिन की आपूर्ति की गयी है. जिसको बकरियों व भेड़ों की संख्या के अनुसार प्रखण्डों में भेज दिया गया है. अभी तक तीन लाख अठारह हजार आठ सौ अठ्ठासी बकरियों व भेड़ों को टीका लगाया गया है. बीसवीं पशुगणना के आंकड़ों के अनुसार जिले में आठ लाख सड़सठ हजार छह सौ छियानबे बकरियां और एक हजार तीन सौ चौदह भेड़ों सहित कुल आठ लाख अड़सठ हजार छह सौ छियानबे है.