Motihari: मिड डे मिल के बर्तन खरीद मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होगी
स्कूलों में पांच गुनी कीमत पर बैग-बर्तन खरीद की जांच होगी
मोतिहारी: पांच गुनी कीमत पर स्कूली बच्चों के बैग सहित मिड डे मिल के बर्तन खरीद मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. स्कूलों में बेंच और डेस्क की खरीद मानक के अनुरूप हो रही है या नही, इसकी भी जांच करायी जाएगी. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने विधान परिषद में यह घोषणा की.
इसके पहले जदयू के विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह ने सभापति की अनुमति से सदन में स्कूल बैग और उसमें रखी बोतल को दिखाया.
उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को एक बैग 1200 रुपए में दिए जा रहे. जबकि बाजार में इसकी कीमत 120 रुपए है. बैग के साथ 15 रुपए की बोतल है. उन्होंने कहा कि मिड डे मिल की रुपए की थाली 70 रुपए में खरीद हो रही है. स्कूली बच्चों को बैठने के लिए बेंच और डेस्क भी मानक के अनुरूप खरीद नहीं हो रही है. इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहली से तीसरी कक्षा तक के बच्चों के बैग के साथ पानी बोतल और पेंसिल बॉक्स देने है. एक बैग की कीमत 1200 या एक हजार नहीं बल्कि 500 रुपए हैं.
दोषियों पर होगी कार्रवाई: शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि कहीं अगर गड़बड़ी हो रही है, तो जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. स्कूलों में सबमर्सिबल पंप मामले की पीएचईडी को जांच के लिए पत्र लिखा गया है. बेच-डेस्क मानक के अनुरूप खरीद नहीं होने पर जांच कर जिलाधिकारियों को कार्रवाई के लिए कहा गया है. हाल में ही किशनगंज के जिला शिक्षा पदाधिकारी को निलंबित किया गया था. हमारे संज्ञान में जो भी मामले आ रहे हैं, जांच कर कार्रवाई की जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने वाले कोई अधिकारी नहीं बचेंगे.
सरकार पर कसा तंज: स्कूली बच्चों के बैग की खरीद में गड़बड़ी की बात पर राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने तंज कसा कि सुशासन की सरकार में ही यह संभव है. इस पर संजीव कुमार सिंह ने कड़ा एतराज जताया. उन्होंने कहा कि प्रश्न को डायवर्ट मत कीजिए. यह मेरा सवाल है.
जदयू के गुलाम गौस के तारांकित प्रश्न के उत्तर में शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूलों के लिए जमीन की कमी की समस्या आ रही है. ऐसे में स्कूल भवन बहुमंजिला बनाने पर विचार किया जा रहा है.