बक्सर न्यूज़: शराब में जब्त वाहनों की नीलामी में कबाड़ व्यवसायियों का सिंडिकेट हावी है. इस कारण नीलामी में ज्यादा ऊंची बोली नहीं लग पा रही है. कुछ गाड़ियों पर ही कंटेस्ट हो पा रहा है. जिला परिषद सभागार में 108 वाहनों की नीलामी के लिए बोली लगी. इसमें शामिल होने के लिए झारखंड से लेकर बिहार के जिलों के छह हजार 366 लोगों ने आवेदन किया था. लेकिन, बोली शुरू होने से पहले ही सिंडिकेट हावी हुआ. अधिकतर आवेदकों को कुछ राशि देकर बोली में चुप बैठा दिया गया. इस तरह 45 लोगों ने बोली लगाई. 69 गाड़ियां 62 लाख में ही नीलाम हो गईं. नीलाम होने वाली गाड़ियों में अधिकतर चार चक्के की मंहगी कारें और ट्रक शामिल हैं. मद्य निषेध अधीक्षक संजय कुमार ने कहा कि नीलामी में शामिल होने के लिए सैकड़ों आवेदन आ रहे हैं, लेकिन बोली कम लोग ही लगाते हैं. इसमें सिंडिकेट बनाने वालों पर कार्रवाई की रणनीति बनाई जा रही है.
उत्पाद थाने में बीते 31 जनवरी को 30 वाहनों की नीलामी में 2400 लोगों ने बोली में भाग लेने के लिए आवेदन किया. डिमांड ड्राफ्ट भी बोली से पूर्व जमा कराया. प्रक्रिया शुरू होने पर तीन से चार लोगों ने बोली लगाई. अन्य आवेदक सिंडिकेट बनाकर बोली में चुप्पी साधे रखे. अब एक मार्च को 200 से अधिक वाहनों की नीलामी होनी है. इसमें सिंडिकेट हावी नहीं हो, इसके लिए उत्पाद अधिकारी रणनीति बना रहे हैं. बड़ी संख्या में आवेदक बोली में हिस्सा लें, इस पर जोर दिया जा रहा है. आवेदन के बाद बोली में हिस्सा नहीं लेने वालों की मौके पर पुलिस जांच भी कराई जा सकती है.
बयान
मद्य निषेध अधीक्षक संजय कुमार ने कहा कि नीलामी में शामिल होने के लिए सैकड़ों आवेदन आ रहे हैं, लेकिन बोली कम लोग ही लगाते हैं. इसमें सिंडिकेट बनाने वालों पर कार्रवाई की रणनीति बनाई जा रही है, ताकि नीलामी में अधिक से अधिक लोग बोली लगाएं.
- संजय कुमार, मद्य निषेध अधीक्षक संजय कुमार