वादाखिलाफी का आरोप लगा सौंपा ज्ञापन
‘बिहार में शराब, जमीन और बालू माफिया की उत्पत्ति हो रही’
मुजफ्फरपु: बिहार भाजपा ने महागठबंधन सरकार के एक साल पूरा होने पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. पार्टी नेताओं ने राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें 25 लाख लोगों के हस्ताक्षर होने का दावा किया गया.
ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार की घटनाओं के बढ़ने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बिहार में बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार, अराजकता, धार्मिक उन्माद के प्रति कठोर कार्रवाई हो. छात्र, युवा और आम जनता की आवाज को लाठी और गोलियों की मार से दबाना बंद किया जाए. बिहार के युवाओं से 10 लाख सरकारी नौकरी का वादा पूरा हो. शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए. ज्ञापन में आग्रह किया गया है कि भाजपा कार्यकर्ता विजय सिंह की मौत के मामले में दोषियों को सजा दी जाए तथा सुल्तानगंज-अगुवानी पुल ध्वस्त घटना में संलिप्त भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही जल्द हो. उन्होंने कहा कि 2015-2016 के बजट में भारत सरकार ने 1264 करोड़ की लागत से दरभंगा एम्स की स्वीकृति दी थी. लेकिन बिहार सरकार की लापरवाही से यह अधर में लटका है. सीएम नीतीश कुमार ने एनडीए सरकार में रहते हुए जमीन की घोषणा की. 89 एकड़ हस्तांतरित कर दी, 64 करोड़ खर्चकर मिट्टी भराई का कार्य भी हो गया, इसके बाद फिर अलग जमीन देने की घोषणा कर दी गई, जिसके लिए 350 करोड़ मिट्टी भराई का काम होगा.
‘बिहार में शराब, जमीन और बालू माफिया की उत्पत्ति हो रही’
विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार में जिस तरह का वातावरण बन रहा है, उसमें शराब, जमीन व बालू माफिया की उत्पति हो रही है. इसी के खिलाफ महामहिम से भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल मिला और ज्ञापन सौंपा. मौके पर पूर्व उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद व रेणु देवी, नंदकिशोर यादव, अमरेन्द्र प्रताप सिंह, रामप्रीत पासवान, जनक राम, आलोक रंजन, नवल किशोर यादव, युवा दुर्गेश सिंह, राजेश वर्मा, मिथिलेश तिवारी, शिवेश राम, जगरनाथ ठाकुर, संजय गुप्ता आदि मौजूद थे.