औषधीय पेड़-पौधों को करेंगे सूचीबद्ध, बिक्री पर मिलेगी रॉयल्टी

Update: 2023-03-03 12:30 GMT

रोहतास न्यूज़: औषधीय पेड़-पौधों समेत जीव-जंतु, इमारती लकड़ियों को सूचीबद्ध किया जाएगा. वृक्ष, झाड़ियां, जड़ी-बूटी, कंद-मूल, घास, लताओं की पीबीआर रजिस्टर (बुक) तैयार किया जाएगा. पालतू जानवरों, औषधीय पादपों एवं अन्य उत्पादों के बाजार का भी पीबीआर रजिस्टर में उल्लेख रहेगा. पंचायत स्तर पर पाए जाने वाले पेड़-पौधों, लताओं व मानवीय और पशुधन उत्पाद का औषधीय उपयोग की जानकारी उल्लेख की जाएगी. सूचीबद्ध ग्रामीण उत्पादों की खरीद बिक्री पर समिति को रायल्टी देने का प्रावधान किया गया है.

विभागीय सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार समिति के सदस्य लोक जैव विविधता पंजिका में कृषि जैव विविधता जैसे फसलीय पौधे, फलदार पौधे, चारे की फसल, खर-पतवार, फसलों की कीट, पालतू जानवरों के लिए बाजार, पलायन करने वाले लोगों से जुड़ी जानकारी रखेंगे. भूदृश्यवालियां, जल दृश्य, मृदा प्रकार, फलदार वृक्ष, औषधीय पौधे, सजावटी पौधे, इमारती लकड़ियों के पौधे, पालतू जानवर, मत्स्य पालन, औषधीय पादप व अन्य उत्पादों के लिए बाजार बनने, जैव विविधता के तहत वृक्ष झाड़ियां, जड़ी-बूटी, कंद, घास, लताएं आदि की जानकारी पीबीआर रजिस्टर में उल्लेखित करेंगे. साथ हीं अन्य पौधों की प्रजातियों का भी उल्लेख रहेगा.

औषधीय प्रयोग पीबीआर रजिस्टर में होगा दर्ज जलीय जैव विविधता, महत्वपूर्ण जलीय पौधों की प्रजातियां, औषधीय उपयोग वाले वन्य पादप, फसलों के जंगली संबंधी, सजावटी पौधे की जानकारी रहेगी.

वन्य प्राणी जैसे स्तनधारी, पक्षी, सरीसृप, उभयचर, कीट के अलावा वनस्पतियां जीव जंतु के उत्पाद का औषधीय प्रयोग भी पीबीआर रजिस्टर में उल्लेखित किया जाएगा. उत्पाद मिलने वाले क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति की भी जानकारी रहेगी.

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