पटना न्यूज़: भाभी के साथ पहली शादी की बात छिपाकर ऑटो चालक ने प्रेमिका से शादी कर ली. जब प्रेमिका सुनीता को युवक के पहले से शादीशुदा होने का पता चला तो उसने इसका विरोध किया. इस पर युवक ने उसकी हत्या कर दी. इसके बाद शव को बोरे में रखकर उसे जेपी सेतु से गंगा नदी में फेंक दिया.
आरोपित उमेश पासवान गिरफ्तार, ऑटो भी जब्त यह घटना 23 जून की रात की है. इस मामले में जक्कनपुर थाने की पुलिस ने आरोपित उमेश पासवान (25) को गिरफ्तार कर लिया. वह मूल रूप से पुनपुन का रहने वाला है.
पटना में वह जक्कनपुर थाना इलाके के जनार्दन गली में किराये के मकान में रहता था. उसके पास से ऑटो भी बरामद किया गया जिस पर वह सुनीता की लाश को लेकर जेपी सेतु तक गया था. सुनीता के मायके वालों का आरोप है कि उमेश ने उसकी हत्या कर शव को गायब कर दिया. जक्कनपुर के थानेदार सुदामा सिंह के मुताबिक सुनीता की मौत को लेकर उसकी मां और दानापुर की रहने वाली आशा देवी ने दहेज हत्या का केस दर्ज करवाया है.
सुनीता और उमेश के बीच शुरू हो गई थी खटपट
आरोपित ने तीन माह पूर्व ही सुनीता से प्रेम विवाह किया था. इसके बाद वह उसके साथ जक्कनपुर थाना इलाके के जनार्दन गली में किराये का मकान लेकर रहने लगा. शादी के बाद सुनीता को पता चला कि उमेश ने अपनी भाभी से भी शादी कर रखी है. उसके भाई का छह वर्ष पूर्व देहांत हो गया था. इस बात की जानकारी मिलने के बाद सुनीता और उमेश के बीच खटपट शुरू हो गयी. वह उमेश को भाभी से अलग रहने को कहती थी. उमेश की भाभी तीन बच्चे की मां है. हत्या के बाद वह जक्कनपुर में ही रहनेवाली भाभी के पास जाकर छुप गया था.
बात नहीं होने पर मायके वालों को हुआ शक
मायके वालों ने जब सुनीता से बात करने की कोशिश की तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ मिला. बात नहीं से शक के आधार पर मायके वाले उसके जक्कनपुर स्थित किराये के कमरे पर पहुंचे तो उन्होंने दरवाजा बंद देखा. इस बीच रेल पटरी के समीप उमेश की भाभी मिली. उसने बताया कि सुनीता कहीं चली गयी है. संदेह होने पर उसके परिजन जक्कनपुर थाने पहुंचे और वहां पुलिस से शिकायत की. फिर जांच के बाद सच्चाई सामने आ गई.
आरोपित ने कहा- सुनीता ने फांसी लगायी थी
वहीं पुलिस ने जब आरोपित उमेश से पूछताछ की तो उसने बताया कि सुनीता ने झगड़ा करने के बाद फांसी लगा ली थी. जब उसने सुनीता को फंदे से लटकता देखा तो वह डर गया. भयवश शव को बोरे में रख दिया. फिर उसे ऑटो से लेकर जेपी सेतु पर गया और वहां से शव को गंगा में फेंक दिया.