बक्सर न्यूज़: सरकार की ओर से बड़े पैमाने पर बीडीओ, सीओ के स्थानांतरण के बाद इटाढ़ी के नए बीडीओ प्रमोद कुमार के असंवैधानिक रवैये के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी ने आक्रोश मार्च निकालकर पुतला दहन किया.
विरोध मार्च में पार्टी कार्यकर्ताओं ने झंडा बैनर के साथ इटाढ़ी-बक्सर मुख्य सड़क, अस्पताल होते हुए प्रखंड कार्यालय स्थित आईटी भवन पहुंचे. जहां जुलूस सभा में तब्दील हो गया. सभा में नेताओं ने कहा कि पूर्व बीडीओ अमर कुमार अनुसूचित जाति के थे. उनके स्थानांतरण के बाद आए नए बीडीओ ने मनुवादी सोच का परिचय देते हुए कार्यालय कक्ष को गंगाजल से धुलवाने के पश्चात पूजा-पाठ कर कार्यालय कक्ष में प्रवेश किया. यह कृत्य मनुवादी एवं जातिगत सोच को बढ़ावा देने वाला है. बहुजन समाज पार्टी इसकी घोर निंदा करते हुए विरोध करती है.
सभा के अंत में इटाढ़ी-बक्सर मुख्य मार्ग पर प्रखंड कार्यालय गेट के पास कार्यकर्ताओं ने बीडीओ प्रमोद कुमार का पुतला दहन किया.
कार्यक्रम में बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव लालजी राम, जिलाध्यक्ष सुभाष गौतम, सेक्टर प्रभारी कमलेश राव, जिला प्रभारी हरिहर मेहरा, लोकसभा प्रभारी सरोज राम, विधानसभा सचिव नवमी राम,, जिला उपाध्यक्ष रमेश राजभर, जिला सचिव दिनेश राम, बसपा नेता देवमुनि राम, जयराम भारती, शिवशंकर राम, योगेंद्र राम, रामाकांत राम, रामपूजन राम, शिवकुमार, सोनेलाल राम, उपेंद्र राम, राहुल कुमार भारती, प्रेमचंद्र राम, मुन्ना राम, शिवजी राम, अखिलेश कुमार, रूपेश कुमार इत्यादि कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी रही.
पीएचसी में पहुंच रहे आईफ्लू के मरीज
शहर से लेकर गांव तक इन दिनों आंखों की बीमारी महामारी की तरह फैल चुकी है. इलाज के लिए मरीजों का अनुमंडलीय अस्पताल एवं पीएचसी में पहुंचना जारी है. पीएचसी एवं अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए मरीजों की लंबी कतार लगी थी. जिसमें अधिकांश आंख के मरीज थे.
जानकारी के अनुसार अनुमंडलीय अस्पताल में लगभग 300 से अधिक मरीजों का इलाज किया गया. जिसमें 20 फीसद मरीज आंख की बीमारी से ग्रसित थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल हो या पीएचसी, दोनों जगह आंख की दवा उपलब्ध हैं. अनुमंडल अस्पताल के दवा भंडार के इंचार्ज फर्मासिस्ट संतोष कुमार ने बताया कि आंखों की बीमारी के लिए पांच तरह की दवा मौजूद है.
वहीं, अस्पताल के डीएस डॉ. गिरीश कुमार सिंह का कहना है कि सभी चिकित्सकों को आदेशित किया गया है कि बीमारी को लेकर मरीज को दवा तो लिखें ही, सावधानियां बरतने की भी सलाह दें. बता दें कि, किसी परिवार में एक को भी आंख की बीमारी होती है तो अन्य भी इसकी चपेट में आ जाते हैं. इससे बचाव के उपाय सबको बताए जा रहे हैं. दवा देकर उसका डोज समय-समय पर लेने की सलाह दी जा रही है.