मधुबनी: पूर्वोत्तर सीमा रेलवे बेहतर ग्राहक इंटरफेस प्रदान करने के लिए जोन के अधीन और उसके बाहर माल ढुलाई प्रणाली में सुधार हेतु कई पहल कर रही है. ऐसी पहलों को कई स्टेशनों में शुरू करते हुए उन स्टेशनों को आवक एवं जावक दोनों प्रकार के माल परिवहन की हैंडलिंग के लिए सुसज्जित किए गए हैं, ताकि ग्राहकों द्वारा विभिन्न वस्तुओं के लिए सुगम और व्यवहार्य परिवहन को सुविधाजनक बनाया जा सके. सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि ग्राहक इंटरफेस में सुधार और माल राजस्व बढ़ाने के लिए, पूसी रेलवे अभिनव उपायों और विस्तारित संचालन के माध्यम से अपने माल परिवहन नेटवर्क को निरंतर मजबूत कर रही है.
मेक इन डिमांड योजना के तहत भेजा चावल सीपीआरओ ने बताया कि चावल की एक खेप को नवंबर के दौरान पश्चिम बंगाल के तूफानगंज रेलवे स्टेशन से त्रिपुरा के जिरनीया रेलवे स्टेशन तक सफलतापूर्वक पहुंचाया गया. मेसर्स तूफानगंज एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड ने मिनी रेक डिमांड योजना के तहत साधारण चावल के रेक को भेजा. लेन-देन का भुगतान ऑनलाइन किया गया, जो ग्राहकों की सुविधा बढ़ाने के लिए भारतीय रेल की डिजिटल भुगतान प्रणालियों को अपनाये जाने को परिलक्षित करती है. ट्रकों से सीधे माल लोड करने से लेकर खेप के वजन और मात्रा की सावधानीपूर्वक प्रबंधन तक की पूरी प्रक्रिया, विश्वसनीय, पारदर्शी और उच्च गुणवत्ता वाली रेलवे माल ढुलाई सेवाएं प्रदान करने की इसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है. शिपमेंट में उच्चतम संरक्षा मानकों का पालन किया गया तथा फिटनेस एवं जलरोधी स्थिति सुनिश्चित करने के लिए वैगनों का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया.
क्वार्टजाइट परिवहन पहली बार हुआ शुरू
सीपीआरओ ने बताया कि पहली बार पूसी रेलवे ने बिन्नागुड़ी रेलवे स्टेशन से पश्चिम बंगाल के एसएसपीएल साइडिंग तक के लिए क्वार्टजाइट परिवहन शुरू की. इस नई पहल से प्रति रेक 40 लाख रुपये का अनुमानित राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है. जिससे आर्थिक विकास के नए मार्ग खुलेंगे और माल संचालन को बढ़ावा देने के लिए जोन की प्रतिबद्धता को और अधिक मजबूत किया जा सकेगा.