कैमूरः BSF जवान की त्रिपुरा में ड्यूटी के दौरान मौत, पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही उमड़ा हुजूम
कैमूर (Kaimur) के बेटे की त्रिपुरा में ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई. शव पैतृक गांव में पहुंचते ही युवा, समाजसेवियों, जन प्रतिनिधियों को भीड़ उमड़ पड़ी. पार्थिव शरीर को पूरे भभुआ शहर में घुमाया गया. तिरंगा यात्रा में जय हिंद के नारे लगाए गए. मृतक अवधेश सिंह यादव बीएसएफ के जवान थे.
जनता से रिश्ता। कैमूर (Kaimur) के बेटे की त्रिपुरा में ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई. शव पैतृक गांव में पहुंचते ही युवा, समाजसेवियों, जन प्रतिनिधियों को भीड़ उमड़ पड़ी. पार्थिव शरीर को पूरे भभुआ शहर में घुमाया गया. तिरंगा यात्रा में जय हिंद के नारे लगाए गए. मृतक अवधेश सिंह यादव बीएसएफ के जवान थे.
बताया जाता है कि कैमूर जिला भभुआ थाना क्षेत्र के बहेरी गांव निवासी अवधेश सिंह यादव बीएसएफ के जवान थे. वे त्रिपुरा के शुदुर्ब इलाके में बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे थे. अचानक 4 नवंबर को इनकी तबीयत बिगड़ी और पेट में और पूरे शरीर मे दर्द हुआ. जिसके बाद वहां मौजूद वरीय अधिकारियों को जानकारी होने के पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया.
वहां के बीएसएफ के अधिकारियों ने कैमूर जिला प्रशासन को और उनके परिजनों को सूचना देते हुए उनके पार्थिव शरीर को एयर एम्बुलेंस द्वारा बिहार पटना भेज दिया गया. जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को जिला प्रशासन के साथ उनके पैतृक गांव भभुआ के बहेरी गांव लाया गया.
वहीं शव गांव पहुंचते ही परिजनों में चीख पुकार मच गई. देखते ही देखते पूरे गांव में मातम का माहौल छा गया. वहीं उनके पार्थिव शरीर को पूरे शहर और उनके पैतृक गांव में तिरंगा यात्रा निकाल कर घुमाया गया. इस यात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था.
जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव में रखकर सलामी दी गई. गांव में ही उनके शरीर का अंतिम संस्कार किया गया. परिजनों ने जिला प्रशासन और बिहार सरकार से मांग की है कि जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया है, उसी जगह पर उनका स्मारक बनाया जाए और परिवार में किसी को सरकारी नौकरी दी जाए.