बेगूसराय। जल-जीवन हरियाली दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान आज डीआरडीए सभागार में ''सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार, कुओं एवं चापाकलों के किनारे सोख्ता का निर्माण'' विषय पर परिचर्चा की गई। उप विकास आयुक्त (डीडीसी) सुशांत कुमार की अध्यक्षता में आयोजित परिचर्चा में नगर आयुक्त एवं जिला जन संपर्क पदाधिकारी, बेगूसराय सहित अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त ने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान जिला प्रशासन की प्राथमिकता में है तथा इस अभियान में शामिल सभी 11 अवयवों के लिए निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण करने के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान में सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार, कुओं एवं चापाकलों के किनारे सोख्ता का निर्माण एक महत्वपूर्ण अवयव के रूप में शामिल है। जिसका मुख्य उद्देश्य पूर्व से अथवा पारंपरिक तौर पर मौजूद विभिन्न सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार कर ना सिर्फ उसे जल संचयन कर फिर से उपयोगी बनाना है।
बल्कि कुओं का जीर्णोद्धार, कुओं एवं चापाकलों के किनारे सोख्ता का निर्माण कर जल संरक्षण भी बढ़ावा देना है। इस दौरान उन्होंने सभी संबंधित विभागों से अपील करते हुए कहा कि अभियान के तहत लंबित कार्यों को अविलंब पूरा करते हुए सभी पूर्ण कार्यों का निश्चित रूप से जियो टैग करना सुनिश्चित करें। परिचर्चा में नगर आयुक्त ने सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार, कुओं एवं सोख्ता निर्माण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे भू-जल स्तर में कमी की समस्या से निबटने में मदद मिलेगी, ताकि भविष्य में संभावित जल संकट के असर को कम किया जा सके।
उन्होंने नगर निगम के संबंधित पदाधिकारियों एवं कर्मियों को अभियान के तहत किए जाने वालों कार्यों की गुणवत्ता एवं समुचित रिपोर्टिंग करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को जल-जीवन-हरियाली दिवस का आयोजन जिला मुख्यालय, अनुमंडल, प्रखंड एवं नगर ईकाई के स्तर पर किया जाता है। इसी कड़ी में आज विकास भवन के डीआरडीए सभागार में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए थे।