बेगूसराय न्यूज़: प्रखंड के पूर्वी सरेन पंचायत के टेहटा स्थित कृषि कार्यालय में किसान पाठशाला का समापन किया गया. किसान पाठशाला 14 दिनों से चल रहा था. इस अवसर पर कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि फसल पर कीटनाशकों का प्रयोग कम से कम करें.
जैविक खाद का प्रयोग करें साथ ही कीटनाशक की आवश्यकता पड़ने पर नीम की खली और खैनी के डंठल से बने कीटनाशक का प्रयोग करें. जिससे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है. बनाने की विधि पहले ही बताया जा चुका है. किसानों को फोरमैन ट्रैक विधि अपनाने की सलाह दी गई. इस विधि से मित्र कीट एवं दुश्मन पीठ की पहचान की जा सकेगी. मित्र कीट पौधे के लिए लाभदायक होते हैं. नुकसान पहुंचाने वाले कीट को फसलों से दूर भगाने की विधि भी बताई गई. इस अवसर पर 35 किसानों के बीच किट का वितरण किया गया. जिसमें दूरबीन, चश्मा, कीट पकड़ने वाली जाली, किसानों को पहनने का ड्रेस , दास्ताना, मार्कर, कीट पकड़कर रखने वाला डब्बा आदि दिया गया. इस अवसर पर पटना से आए वनस्पति रक्षा विशेषज्ञ सुनील सिंह, सहायक वनस्पति रक्षा अधिकारी रविंद्र प्रसाद, नंद किशोर कुमार समेत बड़ी संख्या में किसान लोग उपस्थित थे.
सोन नहर से पेड़ और पोल को किया जाए शिफ्ट अरवल: बिहार विधानसभा क्षेत्र में अरवल जिले के सोन नहर पर रोड निर्माण हुआ है, लेकिन रोड से पेड़ एवं बिजली का पोल से दर्जनों लोग की जान चली गई है. पर्यावरण के नाम पर हरे पेड़ काटने पर वन विभाग प्रतिबंध लगाता है. लेकिन जब मनुष्य बचेंगे तभी तो पर्यावरण की सुरक्षा के लिए और पेड़ लगाएंगे. जिस तरह से वन विभाग पदाधिकारियों की लापरवाही दर्जनों लोगों की जान चली गई. वहीं बिजली विभाग की लापरवाही से भी नहर के बीचो बीच पोल से दर्जनों लोगों की जान चली गई. इसकी जिम्मेदारी यहां के वरीय पदाधिकारी भी नहीं लेते हैं.