मुजफ्फरपुर में अति पिछड़ा सामाजिक सम्मेलन में अब्दुल बारी सिद्दकी ने लोकसभा , विधानसभा में पिछड़ा
राष्ट्रीय जनता दल के वरीय नेता, लालू प्रसाद के करीबी और राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल बारी सिद्दकी ने महिला आरक्षण को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब लिपस्टिक और बॉबकट बाल वाली औरतें आ जाएंगी और आपकी महिलाओं का हक मार लेंगी। मुजफ्फरपुर में अति पिछड़ा सामाजिक सम्मेलन में अब्दुल बारी सिद्दकी ने लोकसभा और विधानसभा में पिछड़ा और अति पिछड़ा महिलाओं को भी आरक्षण देने की वकालत की। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के करीबी के इस बयान से सियासत गरमा गई है।
भाजपा ने कहा- यह महिलाओं का अपमान
इधर, अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान का भाजपा ने पटलवार किया। राजद नेता द्वारा दिए गए लिपिस्टिक वाले बयान पर विरोध जताया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह महिलाओं का अपमान है। भारत को महिला की शक्ति का अपमान है। इस बयान के लिए राजद नेता को माफी मांगनी चाहिए।
ठाकुर का कुआं विवाद अब तक नहीं थमा
बता दें कि राजद कोटे से राज्यसभा सांसद मनोज झा द्वारा राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर पढ़ी गई ठाकुर का कुआं कविता पढ़ने के बाद शुरू हुआ विवाद अब तक थमा नहीं है। लगातार पूर्व सांसद आनंद मोहन और अन्य राजपूता नेता मनोज झा पर हमलावर हैं। हालांकि, राजद सुप्रीमो मनोज झा के समर्थन में जरूर उतरे और उनका बचाव भी किया। पहले लालू यादव ने कहा कि मनोज झा विद्वान आदमी हैं। सही बात को बोलते हैं। कोई राजपूतों के खिलाफ उन्होंने नहीं कहा है। जो सज्जन (आनंद मोहन सिंह) यह रीएक्शन दे रहे हैं, वह अपनी जाति में जातिवाद के लिए प्रसिद्ध आदमी हैं। उनको परहेज करना चाहिए। इसके बाद लालू प्रसाद ने कहा कि जिसको जितना अक्ल होगा उतना ही न बोलेगा। वह (आनंद मोहन) अपना अक्ल और शक्ल देखें।" वहीं अपनी ही पार्टी के विधायक चेतन आनंद द्वारा मनोज झा के विरोध पर लालू प्रसाद ने कहा कि उसको उतना ही अक्ल है।