बिहार में वाणिज्य-कर विभाग ने पांच जिलों में छापेमारी पकड़ी 12 करोड़ की टैक्स चोरी, जीएसटी चोरी करने वाली सात फर्मों पर एक्शन
वाणिज्यकर विभाग ने पांच जिलों पटना, बेगूसराय, गया, सारण व कटिहार में एक साथ छापेमारी कर 12 करोड़ की टैक्स चोरी को पकड़ा है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वाणिज्यकर विभाग ने पांच जिलों पटना, बेगूसराय, गया, सारण व कटिहार में एक साथ छापेमारी कर 12 करोड़ की टैक्स चोरी को पकड़ा है। बता दें कि राज्य-कर आयुक्त-सह-सचिव के निर्देश पर वाणिज्यकर विभाग द्वारा टैक्स की चोरी कर रहे व्यवसायियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में तीसरे दिन भी सात फर्मों के व्यवसाय स्थल का निरीक्षण हुआ।
21 मई को बिटुमिन तथा आयरन-स्क्रैप की सात फर्मों जिनमे पटना जिला में तीन, बेगूसराय में एक, गया में एक, सारण में एक तथा कटिहार में एक कुल सात फर्म का निरीक्षण किया गया, जिसमें करोड़ों रुपयों की कर चोरी का मामला उजागर हुआ। सात फर्मों में तीन फर्म निबंधन में दर्शाये गए व्यवसाय के मुख्य स्थल पर अस्तित्वहीन अथवा सक्रिय नहीं पाए गए तथा अन्य 4 बिल ट्रेडिंग में संलिप्त पाए गए।
विभाग के अनुसार, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा राजस्व अंतर की समीक्षा (रेवेन्यू गैप एनालिसिस) के क्रम में इन फर्मों को चिह्नित किया गया। निरीक्षण के क्रम में यह तथ्य सामने आया कि कुछ बोगस फर्म डमी व्यक्तियों के नाम पर खोले जा रहे हैं जिनका मात्र उद्देश्य अन्य लाभार्थी फर्मों, जो मुख्य खिलाड़ी हैं, को आईटीसी का लाभ प्रदान करना है। विभाग द्वारा ऐसे फर्मों के किंगपिन का पता लगाया जा रहा है।
निरीक्षण के क्रम में यह तथ्य भी सामने आया कि अन्य राज्य के किसी व्यक्ति द्वारा सारण में फर्जी फर्म खोलकर हाजीपुर के कई व्यवसायियों को कागज पर बिक्री दर्शायी गयी है और एक समयावधि के बाद उस फर्म को बंद कर दिया गया है। कटिहार के फर्म द्वारा भी समान प्रक्रिया से आईटीसी का लाभ पश्चिम बंगाल के फर्मों को दिया जा रहा है। इससे यह स्पष्ट है कि ऐसे फर्मों का उद्देश्य मात्र टैक्स चोरी ही है। बिटुमिन के व्यापार में भी ऐसी गतिविधियां पकड़ी गई हैं जिसमें एक व्यावसायी ने बिहार के एक फर्जी फर्म से माल खरीद की है जिसने पश्चिम बंगाल के अस्तित्वहीन फर्म से 9.1 करोड़ रुपये की खरीद दिखाई है।
इस सिंडिकेट में शामिल फर्मों का मास्टरमाइंड मधुबनी में अवस्थित एक बड़ा फर्म है। आयरन-स्क्रैप के गया स्थित व्यवसायी के मामले में बड़े पैमाने पर ई-वे बिल के दुरुपयोग का पता लगा है। इन सात फर्मों में करीब 12 करोड़ रुपये की कर चोरी का मामला सामने आया है। विभाग की आयुक्त-सह-सचिव डॉ. प्रतिमा द्वारा बताया गया कि विभाग इन फर्मों से संबंधित शृंखला में सम्मिलित फर्मों में मुख्य लाभार्थी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर कर की वसूली करेगा।