भागलपुर। जिले के एनटीपीसी लिमिटेड के कहलगांव सुपर थर्मल पावर स्टेशन में शुक्रवार को राजभाषा अनुभाग मानव संसाधन विभाग द्वारा 16 से 29 सितम्बर तक आयोजित हिन्दी पखवाड़ा का शुभारम्भ अरिंदम सिन्हा मुख्य महाप्रबंधक ने प्रदीप्त कुमार महापात्रा, महाप्रबंधक (मानव संसाधन), बी. राजेंद्र कुमार महाप्रबंधक (प्रचालन), राजेश गुप्ता महाप्रबंधक (ऐश डाइक प्रबंधन) कि उपस्थिति में किया। मुख्य महाप्रबंधक ने सभी कर्मचारियों को हिन्दी पखवाड़े की बधाई देते हुए कहा कि 14 सितम्बर 1949 को भारत की संविधान सभा द्वारा हिन्दी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है। यही नहीं हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा भी है जो लगभग पूरे देश में बोली अथवा समझी जाती है। कहलगांव परियोजना हिन्दी भाषी अर्थात 'क' क्षेत्र में स्थित है। यहॉ हिन्दी में कार्यालयीन काम काज का अच्छा माहौल है। उन्होंने कर्मियों को कार्यालयीन कार्य ज्यादा से ज्यादा हिन्दी में करने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्य महाप्रबंधक ने समस्त कर्मियों से अपील किया कि वह न केवल पखवाड़े के दौरान बल्कि आगे भी अपना अधिक से अधिक कार्य हिन्दी में करें तथा अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
जिससे विद्युत उत्पादन के साथ साथ राजभाषा प्रगति की दिशा में भी एनटीपीसी का नाम रोशन होगा। प्रदीप्त कुमार महापात्रा, महाप्रबंधक मानव संसाधन ने अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित की एवं सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए सरल शब्दों एवं बोल चाल में उपयोग होने वाले शब्दों का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए। हिन्दी भाषा का अधितकर उपयोग करने के लिए हम कटिबद्ध हैं। मानव संसाधन विभाग द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रमों में लगभग हिन्दी में ही कार्य होता है। उन्होने उपस्थित सभी अधिकारियों से अपील किया कि राजभाषा हिंदी को बढ़ावा देने के हर संभव प्रयास किये जाएं। इस अवसर पर नैगम संचार एवं राजभाषा अनुभाग के सम्मिलित प्रयास से प्रस्तुत दीप्तिदर्पण राजभाषा विशेषांक ई-पत्रिका का अनावरण अरिंदम सिन्हा मुख्य महाप्रबंधक द्वारा किया गया। प्रेमलता राजभाषा अधिकारी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए पूरे पखवाड़े के दौरान आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं जिसमें, वर्तनी संसोधन एवं लोकोक्तियां के अलावा वाद विवाद, निबंध, आवेदन, नोटशीट, परिपत्र, लेखन, कविता, लघुकथा लेखन इत्यादि प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी उपस्थित एनटीपीसी कर्मियों को दी। इस अवसर पर उपस्थित कर्मचारियों के लिए राजभाषा ज्ञान प्रतियोगिता'' का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में एनटीपीसी कर्मियों ने हिस्सा लिया।