पटना। सोमवार की दोपहर अचानक शुरू हुई झमाझम बारिश से पटना की गति को थाम लिया. इसके साथ ही, जमकर वज्रपात भी हुआ. पिछले कुछ दिनों से जारी मौसम की बेरूखी सुबह से देखने को मिल रही थी. अहले सुबह से आसमान में बादल छाये हुए थे. इसके साथ ही, तेज हवा भी चल रही थी. बताया जा रहा है कि पटना के अलावा हाजीपुर-मुजफ्फरपुर, आरा, गया में भी जोरदार बारिश हो रही है.
शनिवार की देर रात हुई मूसलाधार बारिश से प्रखंड के सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गये हैं. इससे किसानों को भारी क्षति हुई है. बारिश से प्रखंड के लगभग 20 पंचायत प्रभावित है. इसको लेकर रविवार को सभी पंचायतों के कृषि समन्वयक अपने-अपने पंचायत में फसल क्षति का आकलन करने में जुटे रहे. बारिश से गेहूं, मूंग, मक्का, आम, लीची, तंबाकू व सब्जी की खेती पर काफी प्रभाव पड़ा है. कृषि विभाग के अनुसार 50 फीसदी तक फसल क्षति का अनुमान है.
फसल क्षति को लेकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी प्रभात कुमार ने बताया कि बारिश से काफी क्षति हुई है. प्रखंड के 20 पंचायत प्रभावित है. रविवार को सभी कृषि समन्वयक को अपने-अपने पंचायत का दौरा कर आकलन करने का निर्देश दिया गया है. प्रारंभिक तौर पर 50 फीसदी फसल नष्ट होने का अनुमान है. बारिश ने गेहूं, मक्का, आम, लीची, तिलहन व मूंग की खेती को काफी प्रभावित किया है. क्षति का आकलन किया जा रहा है. सोमवार को सभी कृषि समन्वयक के साथ बैठक पर रिपोर्ट तैयार कर विभाग को भेजी जाएगी. अगर जमीनी स्तर पर देखा जाये तो सबसे अधिक नुकसान तैयार गेहूं की फसल एवं मूंग की फसल को ही है. मक्के की फसल को भी क्षति पहुंची है. उनसर गांव के किसान सुभाष कुमार अपनी मक्का की फसल को काटकर अपने ट्रैक्टर से ले जा रहे थे. उन्होंने बताया कि चार एकड़ में मक्के की फसल बर्बाद हो गयी है. गेहूं की फसल नवीन कुमार ओझा, राकेश कुमार, भारतेंदु चौधरी, रामबाबू चौधरी, नीरज कुमार, चंदन कुमार, अमरेश कुमार, अनिल सिंह, शेर बहादुर सिंह सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि उनका गेहूं की फसल सैकड़ों एकड़ में बर्बाद हुई है.