बिहार के 12 जिलों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाएगी सरकार, मिलेंगी मरीजों को ये सुविधाएं
बिहार में स्वास्थ्य सेवा की सबसे निचली इकाई स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर आधारभूत संरचना को मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार में स्वास्थ्य सेवा की सबसे निचली इकाई स्वास्थ्य उपकेंद्र (हेल्थ सब सेंटर) स्तर पर आधारभूत संरचना को मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। राज्य के 232 स्वास्थ्य उप केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए इन स्वास्थ्य उप केंद्रों का स्थायी भवन बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
12 जिलों अररिया, अरवल, बेगूसराय, भोजपुर, जमुई, जहानाबाद, कटिहार, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, पटना, समस्तीपुर व शेखपुरा में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के भवन का निर्माण किया जाएगा। निर्माण की जिम्मेदारी बिहार मेडिकल सेवाएं आधारभूत संरचना विकास निगम (बीएमएसआईसीएल) को दी गयी है।
प्रखंडों में तीन या चार पंचायतों पर एक वेलनेस सेंटर बनेगा
प्रत्येक प्रखंड में तीन या चार पंचायतों पर एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। विभाग ने स्वास्थ्य उपकेंद्रों को ही आधारभूत संरचना व सुविधाएं उपलब्ध करा कर उन्हें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में बदला जा रहा है। एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के निर्माण पर स्थानीय आवश्यकता के अनुसार कमरों का निर्माण किया जाएगा और इस पर अधिकतम 4.88 लाख रुपये प्रति भवन खर्च किए जाएंगे।
निर्माण के लिए निविदा जारी
बीएमएसआईसीएल ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के लिए भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सभी 232 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भवनों के निर्माण के लिए निविदा जारी कर दी गयी है। इस निविदा की प्रक्रिया को 120 दिनों के अंदर पूरा कर लिया जाएगा और इसके बाद कार्य आवंटित होगा। एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के भवन निर्माण में करीब छह माह का वक्त लगेगा।
स्वास्थ्य उपकेंद्रों में मिलेंगी ये सुविधाएं
स्वास्थ्य उपकेंद्रों में पूर्व में जहां छह प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही थी, वह अब बढ़कर 12 प्रकार की हो जाएंगी। गर्भवती की देखभाल व प्रसव, नवजात व शिशु की देखभाल, बाल व किशोरी स्वास्थ्य सेवाओं के साथ टीकाकरण, परिवार नियोजन व गर्भ निरोधक सेवाएं तथा अन्य प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएं, सामान्य संचारी रोगों का प्रबंधन तथा अन्य साधारण बीमारियों व कमजोरी का इलाज तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचारी रोगों का प्रबंधन, गैर संचारी रोगों की पहचान, रोकथाम व प्रबंधन, मानसिक रोगों की पहचान तथा इसका बुनियादी प्रबंधन, आंख, नाक, कान व गला संबंधी बीमारियों की जांच, मुंह संबंधी सामान्य बीमारियों की की जांच, बुजुर्गों संबंधी (रक्तचाप, मधुमेह व हृदय रोग) रोगों की पहचान व सेवाएं इन केंद्रों में दी जाएंगी।