Gopalganj: किसानों को अच्छी खेती के लिए 1113 हजार मिली मीटर से अधिक बारिश की आवश्यकता
खरीफ की खेती के लिए बारिश की है जरूरत
गोपालगंज: खरीफ सीजन 2024-25 में जिले के किसानों को अच्छी खेती के लिए हजार मिली मीटर से अधिक बारिश की आवश्यकता है.
महीने से लेकर अक्टूबर महीने तक समय-समय पर बारिश होने से ही खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान की अच्छी पैदावार होगी. जिला Agriculture Department द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रतिवर्ष खरीफ सीजन के कुल महीने में 1113.1 एमएम बारिश होनी चाहिए. इसमें सबसे अधिक जरूरत करीब 86 हजार हेक्टेयर भूमि में होनेवाली धान की खेती के लिए है.
उधर, जिले में अभी तक अच्छी बारिश नहीं होने से किसान थोड़े चिंतित हैं. क्योंकि, महीने में भी जिले में 34.1 एमएम बारिश होनी चाहिए थी. अभी तक इस सीजन में काफी कम बारिश हुई है. महीना बीत गया, जिसमें आवश्यकता के आधा भी बारिश भी नहीं हुई है. वैसे अभी मानसून नहीं आया है. महीने में मानसून का आगमन होता है. ऐसे में किसानों की नजर मानसून के आने पर ही टिकी हैं. अगर मानसून समय पर आया और अच्छी बारिश हुई तो किसानों को इसका लाभ मिलेगा.
1 लाख 10 हजार हेक्टेयर जमीन में होनी है खेती
खरीफ सीजन 2024-25 में जिलेभर में कुल लाख सात हजार हेक्टेयर भूमि में खेती होनी है. जिसमें सबसे मुख्य फसल धान की खेती 86 हजार हेक्टेयर भूमि में होने का लक्ष्य है. 15 हजार हेक्टेयर भूमि में मक्का, 07 हजार हेक्टेयर भूमि में दलहन, 300 हेक्टेयर भूमि में तेलहन और 250 हेक्टेयर भूमि में मड़ुआ की खेती का लक्ष्य है. वहीं, करीब 1600 हेक्टेयर भूमि में अन्य फसलों की खेती होगी. इसमें से बारिश की आवश्यकता धान की फसल के लिए है. जिले के कई हिस्सों में सुबह में आसमान में बादल छाये रहे और कुछ जगहों पर छिटपुट बारिश भी हुई.
वर्षापात को लेकर प्रतिदिन रिपोर्ट तैयार की जाती है. खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान के लिए अधिक बारिश की आवश्यकता होती है. मानसून समय पर आने पर अच्छी बारिश होगी और इसका लाभ किसानों को मिलेगा. - डॉ. भूपेन्द्र मणि त्रिपाठी, डीएओ, गोपालगंज