Gopalganj: नाव सवार महिला अपनी तीन वर्षीय बेटी समेत बागमती नदी में गिरी
"बच्ची नदी में समा गयी"
गोपालगंज: हायाघाट थाना के खर्रा घाट स्थित नाव से बागमती नदी पार करने वक्त एक महिला अपनी तीन वर्षीय पुत्री समेत नदी में गिर गयी. मां को तो किसी तरह लोगों ने बचा लिया लेकिन बच्ची मां के हाथ से छूट गयी, जिस कारण लोग उसे नहीं बचा सके. बच्ची नदी में समा गयी.
घटना के बाद स्थानीय गोताखोरों ने नदी में बच्ची की बहुत तलाश की लेकिन बच्ची नहीं मिली. लोग उसके डूबने की आशंका जाहिर कर रहे हैं. महिला की पहचान एपीएम थाना के मनोरथा गांव निवासी अजय कुमार लाल देव की पत्नी मंजूला देवी एवं उसकी पुत्री खुशबू कुमारी के रूप में कई गयी है. महिला अपने गांव मनोरथा से खर्रा घाट पर नदी पार कर अपनी पुत्री का आधार कर बनवाने हायाघाट प्रखंड कार्यालय आयी थी. दोपहर बाद लगभग दो बजे प्रकांड से वापसी के क्रम में नाव किनारे लगने से पूर्व ही वह अपना संतुलन खोकर गोद में लिए बच्ची समेत नदी में गिर गयी. नाव पर सवार कुछ लोगों ने महिला को तो किसी तरह बचा लिया लेकिन उसी क्रम में बच्ची महिला के हाथ से छूटकर गहरे पानी में चली गयी. घटना के बाद घटनास्थल पर हायाघाट एवं एपीएम थाने की पुलिस समेत सीओ एवं राजस्व कर्मचारी भी पहुंचकर अपनी निगरानी में गोटाखोरों से बच्ची की तलाश करवायी लेकिन बच्ची नहीं मिली. घटनास्थल पर रात आठ बजे बाद भी स्थानीय लोग एवं पुलिस घटनास्थल पर कैम्प कर रही है.
खेल मैदान बनाने का किया विरोध: कुशेश्वरस्थान दक्षिणी पंचायत के भोलुका पोखर के समीप वर्षों पुरानी श्मशान घाट स्थल पर मनरेगा से खेल मैदान बनाने का बोर्ड लगाये जाने से आस पास गांव के ग्रामीण भड़क उठे. सूचना मिलते ही दो दर्जन से अधिक लोग श्मशान घाट पर पहुंचे और मुखिया मो इस्लाम, मनरेगा पीओ संदीप कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर श्मशान घाट पर खेल मैदान बनाने का विरोध किया. लोगों ने बताया कि इस पोखर के चारों ओर खलासीन, भरडीहा, भोलका, धरमपुर, गुलरिया के लोगों के शव का अंतिम संस्कार किया जाता है. पूछे जाने पर पूर्वी सीओ गोपाल पासवान ने बताया कि जमीन अनावाद बिहार सरकार की है. इसलिए खेल मैदान के लिए प्रस्ताव आने पर अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया गया है.