पटना: पटना नगर निगम बोर्ड की 5वीं साधारण बैठक में आठ एजेंडे पर मुहर लगी. जिसमें शहर में आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण के लिए नई एजेंसी का चयन होगा. निगम के लिए 65 हैंड फॉगिंग मशीन की खरीदारी और जल पर्षद में नए गैंग मैन की नियुक्ति की जाएगी. इसके अलावा विकास कार्यों में वें वित्त की राशि को खर्च करने, निगम क्षेत्र में विज्ञापन की नई दरें तय करने और अन्य महत्वपूर्ण मसलों पर सहमति बनने के बाद प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई. महापौर सीता साहू की अध्यक्षता में पहली बार पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के परिसर में हुई बैठक में निगम के सभी 75 वार्ड पार्षद उपस्थित हुए. डेंगू व मच्छर जनित बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए हैंड फॉगिंग मशीन की खरीदारी को मंजूरी दी गई. संकरी गलियों में फॉगिंग के लिए नई मशीन की खरीद होगी.
निगम विज्ञापन के लिए नई दरें तय करेगा. अभी तक निगम को विज्ञापन से राजस्व न के बराबर मिल रहा है. इस दौरान पार्षदों को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के बारे में जानकारी दी गई. नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने हर एजेंडे पर चर्चा करायी और पार्षदों के सुझाव लिए. एक घंटे तक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में महापौर सीता साहू, उपमहापौर रेशमी चंद्रवंशी प्रजेंटेशन के जरिए जानकारी दी गई.
बजट में स्ट्रीट लाइटों के लिए चार करोड़ का प्रावधान
वित्तीय वर्ष 2023-24 के स्वीकृत बजट में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए 40 लाख रुपये और एक ही जगह से सभी स्ट्रीट लाइट को नियंत्रित करने के लिए 3 करोड़ 70 लाख रुपये खर्च होंगे. पहले चरण में शहरी क्षेत्र के सभी हाईमास्ट लाइट को एक ही जगह से नियंत्रित किया जाएगा.
● वाटर बोर्ड कार्यालय को मौर्यालोक में किया गया शिफ्ट
● नगर निगम के प्रस्तावित नये भवन में वाहनों के लिए बनेगा वर्कशॉप
● स्वच्छ भारत मिशन के तहत निगम को मिला करोड़
● मार्च तक निगम को मिल जाएंगे 0 कचरा वाहन
● वाटर बोर्ड में नये गैंगमैन की होगी नियुक्ति
● 50 जगहों पर विज्ञापन के लिए 30 फीट चौड़ा लगेगा डिजिटल स्क्रीन
● नगर निगम 22 करोड़ रुपये करेगा खर्च विज्ञापन से आएगा राजस्व
00 वाहनों के इंधन टंकी में लगेगा सेंसर
नगर निगम क्षेत्र में करीब 00 वाहन से तेल चोरी होने की आशंका बनी रहती है. ऐसे में नगर निगम जीपीएस ट्रैकिंग फ्यूल मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत सकी निगरानी की जाएगी. सभी वाहनों के इंधन टंकी में सेंसर लगाया जाएगा.
आवारा कुत्तों की नसबंदी करेगी नई एजेंसी
नगर निगम क्षेत्र में कुत्तों के काटने के मामले सामने आ रहे हैं. पहले से कार्यरत एजेंसी भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड से मान्यता नहीं ले पाया था. इस लिए एजेंसी को हटा दिया है. निगम अब नई एजेंसी के लिए जल्द ही टेंडर निकालेगा.