Bihar में गंगा का जलस्तर बढ़ा

गंगा के पानी के साथ-साथ नाले का गंदा पानी भी भरता जा रहा है

Update: 2024-07-15 03:58 GMT

पटना: बिहार में गंगा में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे नदी किनारे बसे शहर के विभिन्न मोहल्ला के लोगों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है.भागलपुर के आदमपुर घाट, बैंक कॉलोनी, मानिक सरकार घाट क्षेत्र, दीपनगर घाट झुग्गी बस्ती, गोलाघाट क्षेत्र, किलाघाट क्षेत्र में गंगा के पानी के साथ-साथ नाले का गंदा पानी भी भरता जा रहा है. यहां की सबसे बड़ी परेशानी आवागमन, जहरीले जीव-जंतु, मच्छर, बदबू है. इससे इन क्षेत्रों में रह रहे किरायेदारों ने घर छोड़ने व मकान मालिक सगे-संबंधी के घर में शरण लेने का मन बनाने लगे हैं. इतना ही नहीं शहर को समीपवर्ती शंकरपुर दियारा से जोड़ने वाला चचरी पुल गंगा के पानी में डूब गया है.

15 हजार से अधिक लोगों के आने-जाने का साधन था चचरी पुल: शंकरपुर दियारा को जोड़ने वाला चचरी पुल 15 हजार से अधिक लोगों के आने-जाने का साधन था. इसके डूबने से लोगों को अब नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. इस चचरी पुल से शंकरपुर, अजमेरीपुर, बैरिया, दिलदारपुर आदि गांव के लोग आते-जाते थे. शहर के कई लोगों का शंकरपुर दियारा में खेती है. सामाजिक कार्यकर्ता आलोक अग्रवाल ने बताया कि उनकी सब्जी व अन्य फसल डूब गयी है.

मच्छर, सांप, बिटगोय जमा रहे डेरा और बढ़ रहा है मच्छरों का प्रकोप: बैंक कॉलोनी के सूरज प्रभात दुबे ने बताया कि बैंक कॉलोनी में बहुत परेशानी है. बैंक कॉलोनी की सड़क पर अभी पानी नहीं आया है, जबकि नाला का पानी स्थिर हो गया है. मच्छर की परेशानी बढ़ती जा रही है. कोई सावधानी व उपाय काम नहीं कर रहा है. अधिकतर किरायेदार घर छोड़कर दूसरे जगह जाने का सोचने लगे हैं. हालांकि, अभी जलस्तर और बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं. घर में जहरीला जीव-जंतु सांप, बिटगोय आदि घुस रहा है.

मानिक सरकार घाट समीप के शांतनु गांगुली ने बताया कि बड़े नाला का पानी ठहर सा गया है. इसमें जहरीले जीव-जंतुओं का प्रकोप बढ़ गया है. दीपनगर के सामाजिक कार्यकर्ता मनोज गुप्ता ने बताया कि झुग्गी बस्ती के निचले क्षेत्र में पानी घुसने लगा है.

गंगा किनारे सीवरेज ट्रिटमेंट प्लांट का काम रुका: बुडको का सीवरेज ट्रिटमेंट प्लांट का काम अब रुक गया है. इतना ही नहीं पूरे परिसर में पानी घुस गया है. दीपनगर झुग्गी बस्ती घाट और सखीचंद घाट दोनों जगह पानी भर गया है. सखीचंद घाट के बमबम ठाकुर ने बताया कि वह खुद यहां से दूसरे जगह रहने को विवश हैं. यहां पर उनकी दीदी का घर है. घर में रहना मुश्किल हो गया.

नहीं हो रहा ब्लीचिंग का छिड़काव: बाढ़ग्रस्त क्षेत्र शंकरपुर दियारा, दारापुर, श्रीरामपुर, दिलदारपुर, चवनिया दियारा, रजंदीपुर, बाबूपुर, घोघा, गोसाईदासपुर, दोगच्छी समेत विभिन्न प्रखंड के सैकड़ों गांवों में लोग दहशत में जी रहे हैं कि उन्हें अब अपना आशियाना छोड़ना पड़ेगा. मच्छर से बचाव को लेकर उपाय करना होगा. साहेबगंज की अनीता देवी ने बताया कि मच्छर दिन में ही काटने लगे हैं.

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