हक की लड़ाई: हड़ताली मजदूरों ने कहा, मांगें पूरी होने पर ही काम पर लौटेंगे
बिहार | यहां 1320 मेगावाट क्षमता के निर्माणाधीन ताप विद्युत परियोजना में काम करने वाले हजारों मजदूरों द्वारा मांगों को लेकर पिछले गुरुवार से हड़ताल पर चले जाने से प्लांट का काम पांचवें दिन भी ठप रहा. मजदूरों के काम पर वापस नहीं लौटने से एक तरफ जहां पूरे प्लांट परिसर में सन्नाटा पसरा रहा, वहीं मजदूरों के काम पर वापस लौटने के लिए कुछ लोगों द्वारा दबाव बनाए जाने से उनमे भय दिखाई दिया. कुछ ऐसा ही नजारा यहां अखौरीपुर गोला पर स्थित लेबर कालोनी में दिखा.
इसकी शिकायत मिलने पर जब लेबर कालोनी में पड़ताल की गई तो मजदूरों ने बताया कि कुछ लोग लेबर कालोनी में घुसकर हड़ताली मजदूरों को काम पर वापस लौटने के लिये दवाब बना रहे हैं. जिसका उनलोगों ने विरोध किया. इसकी सूचना मुफस्सिल पुलिस को दी गई. सूचना मिलने पर पुलिस दल-बल के साथ लेबर कालोनी में पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया और वहां मजदूरों के अलावा उपस्थित अन्य लोगों को भगा दिया. इस दौरान पूछे जाने पर अखौरीपुर गोला और सरेंजा में स्थित लेबर कालोनी में रहने वाले मजदूरों ने स्पष्ट रूप से कहा कि कंपनी द्वारा हमारी मांगे पूरी किए जाने पर हमलोग काम पर वापस लौट आएंगे, लेकिन विगत पांच दिनों से चली आ रही हड़ताल के बावजूद हमारी मांगों पर विचार करने के लिए एसजेवीएन और एलएंडटी सहित अन्य कंपनियों के किसी भी अधिकारियों ने कोई सुध नहीं ली है. इस वजह से स्थिति निराशाजनक बनी हुई है. मजदूरों ने कहा कि यदि अगले कुछ दिनों में बात नहीं बनी तो फिर वापस अपने घर का रुख करेंगे. कई मजदूर अपना बैग हाथ में थामे लेबर कालोनी से बाहर निकलते हुए दिखाई दिए. मजदूरों ने कहा किसी के बहकावे में नहीं आना है. वहीं ट्रेड और मजदूर यूनियन के नेताओं का कहना है कि मजदूरों का उनका हक जरुर मिलना चाहिए.