सुपौल के भपटियाही क्षेत्र में एनएच 57 मुख्य मार्ग पर पटना से पूर्णिया जा रही एक बस ने खड़ी ट्रक में पीछे से टक्कर मार दी. घटना में बस में सवार करीब 12 से अधिक यात्री जख़्मी हो गए. वहीं, एक व्यक्ति की मौत हो गयी है. हालांकि जख्मी का सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है. जिसमें गंभीर रूप से जख़्मी दो यात्री को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सुपौल सदर अस्पताल रेफर किया गया है. बताया जा रहा है कि घटना भपटियाही थाना क्षेत्र के सरायगढ़ के समीप एनएच 57 मुख्य मार्ग में रविवार के अहले सुबह हुई. जब बस में सवार सभी यात्री सो रहे थे. वहीं, बस में 30 यात्री सवार थे.
एक व्यक्ति की हो गई मौत
आपको बता दें कि, कामाख्या ट्रेवल्स बस पटना से पूर्णिया जा रही थी. इसी दौरान सरायगढ़ में एनएच 57 पर खड़ी ट्रक में बस के ड्राइवर ने टक्कर मार दिया. बस में सवार 30 यात्रियों में 8 को गंभीर चोट आई है. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है. मृतक की अब तक पहचान नहीं हो सकी है. वहीं, भपटियाही थाने की पुलिस मृतक की पहचान करने में जुटी है. भपटियाही थानाध्यक्ष सुमन कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए सुपौल सदर अस्पताल भेजा जा रहा है. वहीं, एनएचएआई की टीम द्वारा रोड को क्लियर कराने का प्रयास किया जा रहा है.
अंधेरे में हुआ घायलों का उपचार
सीएचसी सरायगढ़ भपटियाही में रात करीब 12 बजे से ही बिजली गुल है. लिहाजा रोशनी की व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़क हादसे में घायलों का इलाज भी अंधेरे में ही किया गया. सीएचसी सरायगढ़ भपटियाही में सड़क हादसे में घायलों को पुलिस द्वारा भर्ती कराए जाने के बाद भी सीएचसी भपटियाही अंधेरे में ही डूबा हुआ था. डॉक्टर शहनवाज आलम ने मोबाइल की रोशनी पर घायलों का इलाज किया. घायलों के कटे-फटे अंगों की सिलाई भी अंधेरे में हुई. डॉ. शाहनवाज आलम ने बताया कि मौसम खराब रहने के कारण सीएचसी में रात 12 बजे के बाद से ही बिजली नहीं है. वहीं, एनजीओ के कर्मी डीजल नहीं होने का हवाला दे रहे थे. इधर, सिविल सर्जन डॉ. मिहिर कुमार बर्मा ने मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही है.