चालान का खौफ, रोज बिक रहे 500 हेलमेट

Update: 2023-05-05 14:09 GMT

गोरखपुर न्यूज़: परतावल के मनीष शर्मा बाइक से दोस्त के साथ गोरखपुर आ रहे थे. भटहट बाजार से आगे निकले तो एक राहगीर ने टोका, शहर में बिना हेलमेट के जा रहे हैं? 1000 रुपये चालान के लिए तैयार रहें. मनीष ने सड़क की पटरी पर लगी दुकान से हेलमेट खरीदा. मनीष जैसे सैकड़ों लोग रोज शहर के एंट्री प्वांइट पर चालान के खौफ में हेलमेट खरीद रहे हैं. भटहट, मानीराम, रानीडीहा, सहजनवां, बाघागाड़ा में सड़क पर सजी दुकानों से रोज 400 से 500 हेलमेट बिक रहे हैं.

गोरखपुर-महराजगंज बॉर्डर पर भटहट कस्बे से सटे फोरलेन पर हेलमेट की आधा दर्जन दुकानें हैं. दुकानदार वीरेंद्र सिंह ने बताया कि जबसे ट्रैफिक पुलिस द्वारा चालान किए जाने के मामले बढ़े हैं तो घर में ही हेलमेट का कारोबार शुरू कर दिया. 350 रुपये से 1200 रुपये में हेलमेट उपलब्ध है. ज्यादातर लोग ब्रांड वाला हेलमेट खरीद रहे हैं. रोज पांच से छह हेलमेट बिक जाता है. वह हेलमेट रिपेयरिंग का भी काम करते हैं. इसी तरह मानीराम में सड़क के किनारे दुकानें सजी दिखती हैं. दुकानदार जय कन्नौजिया ने बताया कि कस्बाई इलाकों में हेलमेट को लेकर लापरवाही है. ऐसे में शहर जाते वक्त कई बार लोग हेलमेट लगाना भूल जाते हैं. चालान के खौफ में लोग 350 से 400 रुपये वाला हेलमेट खरीद लेते हैं. इसी तरह चौरीचौरा से रानीडिहा चौराहे तक हेलमेट की दुकानों में काफी इजाफा हुआ है. रानीडिहा पर ऑटो के दुकानदार रमेश बर्नवाल का कहना है कि जबसे ट्रैफिक पुलिस की सख्ती बढ़ी है, हेलमेट की बिक्री में 10 गुने से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. पहले महीने में आठ से 10 हेलमेट बिकते थे, अब 100 से अधिक हेलमेट बिक्री हो जाती है.

दुकानें ही नहीं, बढ़ गए मरम्मत करने वाले भी

चालान के खौफ में शहर के एंट्री प्वाइंट के साथ अंदर भी हेलमेट का कारोबार बढ़ गया है. सुमेर सागर, काली मंदिर, बैंक रोड पर बड़े पैमाने पर हेलमेट की बिक्री हो रही है. दुकानदार अजय अग्रवाल ने बताया कि हेलमेट की दुकानें ही नहीं बिक्री भी बढ़ी है. पहले की तुलना में बिक्री में 500 फीसदी से अधिक का इजाफा है. सिनेमा रोड पर हेलमेट मरम्मत करने वाले वहाब ने बताया कि पहले दिन भर में 4 से 5 हेलमेट मरम्मत को आते था, अब रोज करीब 100 हेलमेट की मरम्मत होती है.

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