बक्सर न्यूज़: डुमरांव प्रखंड के बनहेजी डेरा गांव के किसान राधेश्याम चौधरी के साथ करीब आधा दर्जन किसान ओटीपी लेकर ई-किसान भवन पहुंचे थे. किसान गरमा मूंग व उड़द का बीज लेने आये थे. लेकिन सभी किसानों को निराश होकर लौटना पड़ा.
किसानों ने बताया कि गरमा बुआई का मौसम निकल रहा है. लेकिन, कृषि विभाग की ओर से अभीतक बीज उपलब्ध नहीं कराया गया है. बीज नहीं मिलने से किसानों की बेचैनी बढ़ने लगी है. आलू की फसल निकालने के बाद किसान खाली खेत में गरमा मूंग व उड़द की फसल की फसल लगाते है. इस बार गरमा के बीज के लिए कुल 1529 किसानों ने निबंधन कराया है. निबंधन के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है. विभागीय सूत्रों ने बताया कि ऑनलाइन आने वाले आवेदनों का कृषि समन्वयक, बीएओ और डीएओ सत्यापन करते है. सत्यापन के बाद किसान के मोबाइल पर विभाग की ओर से ओटीपी भेजा जाता है. विभाग की ओर से भेजे गये ओटीपी दिखाकर किसान गरमा बीज की खरीददारी करते है.
5 मार्च तक बीज का वितरण करने की योजना गरमा बीज का वितरण पांच दिनों बाद भी शुरु नहीं हुआ है. गोपालडेरा के किसान शंकर दयाल सिंह ने बताया कि इस इलाके की मिट्टी में मूंग और उड़द की अच्छी फसल होती है.
किसान ने बताया कि ओटीपी लेकर किसान भवन आये थे. लेकिन, अभी तक बीज का वितरण शुरु नहीं हो पाया है. विभागीय सूत्रों का कहना है कि पिछले 15 फरवरी से आगामी 5 मार्च तक बीज का वितरण करने की योजना है. अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अभी तक गरमा बीज का खेप नहीं पहुंचा है. लेकिन दो से तीन दिन के भीतर बीज उपलब्ध होने की संभावना है.