किसान संगठनों ने सीतामढ़ी समाहरणालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया
बिहार के सीतामढ़ी में अपनी मांगों के समर्थन में जिला समाहरणालय (Farmer Protest in Sitamarhi) के मुख्य द्वार पर किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने धान और गन्ना के साथ जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
जनता से रिश्ता। बिहार के सीतामढ़ी में अपनी मांगों के समर्थन में जिला समाहरणालय (Farmer Protest in Sitamarhi) के मुख्य द्वार पर किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने धान और गन्ना के साथ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों ने एमएसपी पर कानून, धान खरीद तथा रीगा चीनी मिल चालू (Demand To Start Riga sugal mills) करने समेत कई मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा.
सभी किसान-मजदूरों का धान युद्धस्तर पर खरीदने तथा रीगा चीनी मिल चालू करने सहित अन्य सवालों पर धान तथा गन्ना के साथ किसानों ने समाहरणालय पर प्रदर्शन किया. इस दौरान धान और गन्ना जलाकर आक्रोश व्यक्त किया. किसानों ने 15 किसान बेहाल, एमएसपी की गारंटी करो, शहीद किसानों को मुआवजा, रीगा चीनी मिल चालू करो की मांग के साथ नारेबाजी की.
मौके पर अपर समाहर्ता को मोर्चा की ओर से प्रधानमंत्री के नाम 6 सूत्री तथा स्थानीय मांगों पर 7 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया. प्रधानमंत्री से एमएसपी पर कानून बनाने, बिजली बिल वापस लेने, लखीमपुरखीरी के खलनायक केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी, किसान आन्दोलन में शहीद किसानों के आश्रितों को मुआवजा और आंदोलन के दौरान सभी मामले वापस लेने, अन्य बिन्दुओं के समाधान को लेकर सरकार तथा किसान नेताओं की कमेटी बनाने समेत कई मांग की.
बता दें कि किसानों का प्रदर्शन शंकर चौक जननायक कर्पूरी ठाकुर प्रतिमा स्थल, बड़ी बाजार होते समाहरणालय पर पहुंचा. प्रदर्शन का नेतृत्व मोर्चा के घटक संगठन संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा, किसान सभा, अभा किसान सभा जय किसान आंदोलन के किसान नेताओं डा.आनन्द किशोर, बैधनाथ हाथी, प्रो.दिगम्बर ठाकुर, जलंधर यदुबंशी, ब्रजमोहन मंडल, संजय कुमार, वरीयअधिवक्ता रामपदारथ मिश्रा, सुरेश बैठा, जीवनाथ शाफी, लालबाबू मिश्र, ताराकांत झा, मुकेश कुमार मिश्र ने किया.