नालंदा न्यूज़: राज्यव्यापारी आंदोलन के तहत जिले के कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार दूसरे दिन भी बेमियादी हड़ताल पर रहे. कहा, इसबार आसपार की लड़ाई है. आश्वासन नहीं हक चाहिए. उसके बाद ही काम पर लौटेंगे. इधर, हड़ताल के कारण बीज वितरण, पशुगणना, पीएम किसान सम्मान योजना के लाभुकों का सत्यापन, ई-केवाईसी जैसे महत्वपूर्ण कार्य ठप हो गये हैं. खेती-बाड़ी के आंकड़े विहान एप पर लोड नहीं हो रहा है. अनुदान पर बीज लेने वाले किसानों के आवेदनों का सत्यापन नहीं हो पा रहा है. इसकी वजह से किसान कार्यालयों की खाक छान रहे हैं. बिना ओटीपी के डीलर किसानों को बीज देने में हाड़ खड़ा कर लिया है. जिला कृषि कार्यालय के पास धरना दे रहे कृषि समन्वयक संघ के महासचिव राजीव रंजन कुमार, कोषाध्यक्ष मुरारी मनोहर व अन्य ने कहा कि वेतनमान में संशोधन किया जाए. जबतक ग्रेड पे 2800 से बढ़ाकर 4600 नहीं किया जाएगा, तबतक आंदोलन जारी रहेगा. साथ ही पदनाम ‘कृषि विकास पदाधिकारी’ किया जाये. इधर, जिला किसान सलाहकार संघ के अध्यक्ष बृजेश नारायण, सचिव राकेश कुमार ने कहा कि सरकार किसान सलाहकारों को जनवेसक के पद पर अविलंब समायोजन करे. साथ ही उसके अनुरूप वेतन का भुगतान किया जाए. कई सालों से महज 13 हजार के मानदेय पर काम लिया जा रहा है. अगर जल्द मांगें नहीं मानी गयी तो आंदोलन को और धारदार बनाया जाएगा. मौके पर पिन्नु कुमार, विक्की कुमार, सत्यनारायण कुमार, शिखा सुमन, प्रियंका कुमारी, शिवेक कुमार, सुनील कुमार, मुरारी कुमार व अन्य मौजूद थे.
हड़ताल से ये कार्य प्रभावित:
● पीएम किसान सम्मान के आवेदकों का सत्यापन नहीं हो रहा.
● ई-केवाईसी के लिए पंचायतों में कैंप लगना हुआ बंद.
● अनुदान पर रबी बीज लेने के लिए किसानों को नहीं मिल रहा ओटीपी.
● मिट्टी जांच के लिए सैंपल जमा करने की प्रक्रिया ठप.
● प्रखंडों में चल रहे खरीफ महाअभियान प्रभावित.
● जैविक इनपुट का वितरण व पशुगणना पर भी असर