नियोजित शिक्षक और पुस्तकालय अध्यक्षों ने मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया
मांगों के समर्थन में प्रदर्शन
गोपालगंज: कोतवाली थानेदार ने बताया कि प्रदर्शन कर रही सहरसा की शिक्षिका नूतन सिंह और भागलपुर की सुप्रिया सिंह को हिरासत में लिया गया है.
बिहार शिक्षक एकता मंच के मीडिया प्रभारी केशव कुमार ने दावा किया कि लाखों शिक्षक स्वत विधानमंडल का घेराव करने पहुंचे थे. जब तक दक्षता या पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण सभी नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा के बिना राज्यकर्मी का दर्जा देने, एच्छिक स्थानांतरण का लाभ देने, अवकाश तालिका पूर्व की भांति लागू करने विद्यालय की समय सारणी 10 से 4 बजे तक करने, अप्रशिक्षित शिक्षकों को सेवा में बहाल रखते हुए प्रशिक्षित कराने सहित सभी मांगों को सरकार मान नहीं लेती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. शिक्षक नेताओं ने सरकार को याद दिलाया कि वर्ष 2003, 2005 और 2006 में बहाल नियोजित शिक्षकों की दक्षता परीक्षा पहले ही ली जा चुकी है.
सरकार द्वारा ही पूर्व की नियमावली द्वारा नियोजित शिक्षकों की सेवा को 60 वर्ष की आयु तक करने के साथ ही कई अन्य सुविधाएं प्रदान की जा चुकी हैं.
सभा की अध्यक्षता मंच के संयोजक प्रदीप कुमार पप्पू, संचालन नवीन सिंह व गणेश शंकर पाण्डे ने संयुक्त रूप से किया.
किसी नियोजित शिक्षक की नौकरी नहीं जाएगी सम्राट: शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल की वार्ता शिक्षा विभाग के अधिकारी से कराई गई, लेकिन बात नहीं बनी. इसके बाद शाम में शिक्षकों का एक जत्था प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचा. इस दौरान उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने आश्वासन देते हुए कहा कि किसी नियोजित शिक्षकों की नौकरी नहीं जाएगी. उन्होंने शिक्षक प्रतिनिधि का ज्ञापन स्वीकार करते हुए प्रतिनिधि मंडल को को दो बजे मिलने का समय दिया है. इसकी जानकारी बिहार शिक्षक एकता मंच के अध्यक्ष पुरन कुमार ने दी.