छपरा पहले नगर थानेदार को किया निलंबित , मुजफ्फरपुर रेल एसपी को दी सारण की कमान
बिहार : सारण में लोकसभा चुनाव के बाद हुए गोलीकांड की गाज अब एक वर्दीधारी पर गिर गई है। पहले नगर थानेदार को निलंबित किया गया। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के दो सुरक्षाकर्मियों को निलंबित किया गया। अब सारण के एसपी गौरव मंगला पर कार्रवाई की गई है। उन्हें पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है। उनकी जगह अब मुजफ्फरपुर के रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष को अब सारण का नया एसपी बनाया गया है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्णय के आलोक में मुजफ्फरपुर रेल विभाग में पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थापित कुमार आशीष को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक सारण के पुलिस अधीक्षक के पद पर बिहार सरकार के गृह विभाग द्वारा तबादला किया गया है। गृह विभाग ने इसकी अधिसूचना भी जा कर दी है।
गोली बारी में राजद कार्यकर्ता की मौत हो गई थी
बता दें कि विगत 20 मई को सारण संसदीय चुनाव के लिए मतदान हो रहा था। लेकिन, मतदान के दौरान नगर थाना क्षेत्र के भिखारी चौक स्थित बड़ा तेलपा के मतदान केंद्र पर राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य के पहुंचने के बाद राजद और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गई थी। इसके अगले ही दिन यानी 21 मई की सुबह दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच तनाब बढ़ गया। देखते ही देखते मामला खूनी खेल में बदल गया। भिखारी ठाकुर चौक पर गोलीबारी हुई। इसमें राजद के तीन कार्यकर्ताओं को गोली लग गई। इनमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दो अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। जिसका इलाज पटना के पीएमसीएच में चल रहा है।
पूर्व सीएम के दो अंगरक्षक को भी निलंबित किया गया
गोलीकांड के बाद सारण में तनाव काफी बढ़ गया। रोहिणी आचार्य ने तो यहां तक कह दिया कि भाजपा के गुंडे मेरी हत्या की साजिश रच रहे थे। वहीं राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि राजद कार्यकर्ता बूथ लूटना चाहते थे। 90 के दशक की याद दिया दी। भाजपा कार्यकर्ताओं ने तो राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य पर केस तक करवा दिया। इतना ही नहीं भाजपा के वरीय नेताओं ने रोहिणी आचार्य पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सुरक्षा गार्ड को अपने साथ लेकर चलने का आरोप लगाया। पटना पुलिस की टीम जांच करने राबड़ी आवास पहुंची। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के दो अंगरक्षकों को निलंबित कर दिया गया। राजद का कहना है कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या की कोशिश कर रही है। वहीं भाजपा का कहना है कि राजद वाले जंगलराज की याद दिला रहे।