डिब्बाबंद पानी से कमाई लाखों की, टैक्स जीरो

Update: 2023-05-27 05:10 GMT

नालंदा न्यूज़: एक कहावत है पानी की तरह पैसा बहाना. बिहारशरीफ में उल्टा हो रहा है. पैसे के लिए पानी को बहाकर बर्बाद किया जा रहा है. 12 लीटर जार के डिब्बे में पानी भरकर 60 से अधिक कारोबारी हर दिन लाखों की कमाई कर रहें है. खास बात यह है कि लाखों की कमाई और न टैक्स देने की झंझट न रिर्टन भरने की. शहर में अवैध तरीके से वाटर प्लांट का धंधा फल-फूल रहा है. ऐसे लोग नगर निगम से बिना अनापत्ति प्रमाणपत्र लेकर ही धंधा कर रहे हैं. हर दिन 50 लाख लीटर से अधिक पानी जमीन से निकाला जा रहा है. एक तरह से धरती से जबरदस्ती पानी निकाल जलस्तर को कंगाल किया जा रहा है.

बिहारशरीफ में घटते जलस्तर के बाद नगर निगम का ध्यान इस ओर गया है. अब नगर निगम ऐसे कारोबारियों को चिन्हित करने की तैयारी में जुट गया है. इन्हें नोटिस दिया जायेगा. इसके बाद कानूनी कार्रवाई की जायेगी. नगर विकास विभाग का आदेश है कि बिना आदेश के शहरी क्षेत्र में कोई निजी बोरिंग नहीं कर सकता है. बोरिंग करने से पहले नगर निगम से अनुमति लेना अनिवार्य है. पानी का व्यवसाय करने वालों पर कानूनी कार्रवाई करेंगे. पानी बेचकर कमाई करने वाले ऐसे लोग नगर निगम को टैक्स भी नहीं देते है.

शुद्धता की नहीं होती गारंटी निगम के अनुमान के अनुसार शहरी क्षेत्र में ऐसे प्लांट की संख्या 60 से अधिक है. ये लोग हर दिन करीब 50 लाख लीटर पानी धरती से निकाल रहे है. 600 फीट से अधिक गहराई से पानी निकाला जा रहा है. ऐसे लोग किसी मकान व गोदाम में ही प्लांट लगा लेते हैं. बिना टेस्टिंग व शुद्धता की गारंटी के धड़ल्ले से पानी बेचा जा रहा है.

शहरी क्षेत्र में घटते जलस्तर का यह भी एक प्रमुख कारण है.

बिहारशरीफ में जलस्तर तेजी से नीचे जा रहा है. जलापूर्ति प्रभावित नहीं हो इसके लिए बोरिंग में अतिरिक्त पाइप जोड़ा जा रहा है. ताकि शहर के लोगों को पानी के लिए परेशानी नहीं हो. सूचना मिल रही है कि उच्च क्षमता की बोरिंग से लाखों लीटर पानी जमीन से डिस्चार्ज किया जा रहा है. ऐसे कारोबारियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जायेगी.

तरनजोत सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम बिहारशरीफ.

Tags:    

Similar News

-->