DMWO की उदासीनता के चलते एक वर्ष बीतने के बावजूद जिला वक्फ बोर्ड को नहीं मिली सरकारी कार्यालय
Lakhisarai लखीसराय: डीएमडब्लूओ के उदासीनता एवं हठधर्मिता के चलते जिला वक्फ बोर्ड अध्यक्ष को कमेटी गठन के एक साल बाद भी सरकारी कार्यालय मुहैया नहीं कराया गया है। इसके चलते जिला वक्फ बोर्ड के तमाम मामलों का निष्पादन एवं अल्पसंख्यकों के कल्याणकारी योजनाओं पर भी लगा पूरी तरह ग्रहण लग गया है।
विदित हो कि लखीसराय जिला वक्फ बोर्ड कार्यालय उपलब्ध कराने हेतु उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, परिवहन मंत्री- सह- प्रभारी,मंत्री लखीसराय शीला मंडल,मुख्य सचिव,अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रधान सचिव एवं मुख्य सचिव , जिलाधिकारी सहित अन्य विभाग की ओर से भी कार्यालय उपलब्ध कराने के आदेशों को जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी की ओर से अंगूठा दिखाया जा रहा है।
गौरतलब हो कि लखीसराय जिला वक्फ बोर्ड के गठन के एक साल के बाद भी एक अदद कार्यालय तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस सम्बन्ध में जिला वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सरफराज आलम ने बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, परिवहन मंत्री सह लखीसराय जिले की प्रभारी मंत्री शीला मंडल,राज्य के मुख्यसचिव, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रधान सचिव को ज्ञापन देकर लखीसराय जिले के अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी पर वक्फ व अल्पसंख्यकों से जुड़े योजनाओं में रुचि नहीं लेने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की भी मांग की है। उन्होंने सरकार के आदेश की प्रतियों को भी अपने में संलग्न किया है। बावजूद जिला स्तरीय बोर्ड का गठन किए जाने से लेकर आज तक जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी वक्फ बोर्ड और राज्य सरकार के सारे आदेशों को अंगूठा दिखाते हुए पूरी तरह से मनमानी पूर्ण रवैया अपना रखे हैं। इस बीच जिला वक्फ बोर्ड की बैठक भी नहीं आयोजित की जा रहीं है। जिला वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सरफ़राज़ आलम ने ज्ञापन में लिखा की अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के हठीपन के कारण वक्फ मामलों का निष्पादन नहीं हो पा रहा है।
इस दौरान राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे अल्पसंख्यकों के हितक्फ बोर्ड एक के आवेदन पर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के संयुक्त सचिव -सह - निदेशक तथा राज्य वक्फ बोर्ड के द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी को कई बार पत्र लिखकर जिला वक्फ बोर्ड को अविलंब कार्यालय उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया था । बावजूद अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी अपने मनमानी रवैया को अपनाते हुए कमेटी के गठन के एक वर्ष बाद भी आज तक कार्यालय उपलब्ध कराने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं कर सके हैं। बताते चलें कि लखीसराय जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के विकास विरोधी नीतियों को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के लखीसराय जिले के अध्यक्ष एवं लखीसराय नगर परिषद के उपसभापति व जिला जनता दल यू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष शिव शंकर राम ने भी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर कार्रवाई व तबादले तक की मांग की । में चलाये जा रहे योजनाओं को भी सरजमीं पर नहीं उतारा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि लखीसराय जिले में वक्फ माफियाओं के द्वारा वक्फ बोर्ड की परिसंपत्तियों पर अवैध कब्जा कायम है। ज्ञात हो की पूर्व में जिला व
सरफराज आलम ने कहा कि लखीसराय जिले के अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के पद पर एक व्यक्ति विशेष का विराजमान होते ही सरकार द्वारा चलाए जा रहे अल्पसंख्यकों के हित कल्याणकारी योजनाओं पर पूरी तरह से ग्रहण लग गया है। इस बीच जिला वक्फ बोर्ड के कार्यालय हेतु जिला परिषद के सामान्य बैठक में भी मामले को उठाकर एजेंडे में शामिल किया गया । गौरतलब हो कि लखीसराय में जिला वक्फ बोर्ड के गठन के बाद अब तीसरे नए जिला पदाधिकारी के रूप में मिथिलेश मिश्रा पदस्थापित हुए हैं। अब इंतजार है नए आईएएस डीएम मिथिलेश मिश्रा इस संबंध में क्या कार्रवाई करते हैं। हालांकि अभी तक जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के विकास विरोधी रूख को लेकर जिले के अल्पसंख्यकों में काफी नाराजगी का माहौल कायम है। इस बीच जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी ने इन मामलों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त किया है।