भागलपुर न्यूज़: गर्मी चढ़ते ही जिले में सरकारी चापाकल दगा देने लगा है. भू-जलस्तर में गिरावट से चापाकल सूख गया है. कुछ चापाकल में अतिरिक्त पाइप लगाकर मौजूदा भू-जलस्तर से पानी निकाला जा रहा है. पिछले तीन साल में सबसे अधिक गिरावट चालू माह में आया है. ानी की जरूरत और मांग में लंबा अंतर सामने आने पर पीएचईडी ने अब 375 नये चापाकल गड़ाने की योजना तैयार की है. इसके लिए कार्यपालक अभियंता ने डीएम से अनुमति मांगी है. अब सवाल यह उठ रहा है कि अनुमति मिलने के बाद यदि खरीद टेंडर प्रक्रिया से होगी तो जुलाई-अगस्त से पहले नये चापाकल की गड़ाई संभव नहीं होगी. तब तक बारिश गिर जाएगी और जलस्तर स्वत ऊंचा होता जाएगा.
750 चापाकल की स्वीकृति की फाइल अक्टूबर से पटना में अटकी पीएचईडी पश्चिम के कार्यपालक अभियंता ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर बताया कि भागलपुर नगर निगम क्षेत्र में 75 नये चापाकल के अलावा जगदीशपुर में 80, शाहकुंड में 50, गोराडीह में 70, सुल्तानगंज में 40, नाथनगर में 40, सुल्तानगंज नगर परिषद में 20, अकबरनगर नगर पंचायत में 10 और हबीबपुर नगर पंचायत में 10 नये चापाकल की जरूरत है. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि जगदीशपुर, गोराडीह, नाथनगर, सुल्तानगंज और शाहकुंड के 82 पंचायतों में गर्मी के मौसम में चापाकलों और संचालित योजनाओं में ड्रा-डाउन के चलते जलस्तर में गिरावट आयी है. ऐसे में कई स्थानों पर चापाकलों और योजनाओं के नलकूप में डिस्चार्ज में कमी होने के कारण अधिक गहराई वाले नए चापाकल की आवश्यकता है. अभियंता ने कहा, वित्तीय वर्ष 2022-23 में मिले लक्ष्य 50-46 समाप्त हो जाने से कई स्थानों पर नये चापाकल लगाना संभव नहीं हो रहा है. खासकर विद्यालयों, जहां मध्यान्न योजना चल रहा हो, वहां दिक्कत हो रही है. उन्होंने कहा, अक्टूबर में मुख्यालय के निर्देश पर 750 चापाकल की स्वीकृति के लिए आकलन भेजा गया था. जो अब तक अप्राप्त है.
75 नये चापाकल नगर निगम इलाके में विद्यालय, सुखाड़, बाढ़ प्रभावित आश्रय स्थलों एवं 80 फीट से अधिक जलस्तर वाले क्षेत्रों में गाड़े जाएंगे. जबकि शेष 300 नये चापाकल पांच प्रखंड और तीन नगर निकाय क्षेत्र के विद्यालय एवं सुखाड़ प्रभावित पंचायतों के सार्वजनिक स्थानों पर गाड़े जाएंगे.
- केके भार्गव, कार्यपालक अभियंता.