अस्पताल के पैथोलॉजी में जांच नहीं होने से मरीज बाहर जांच करने को मजबूर

मरीज को फुसलाकर निजी अस्पताल ले जा रहे दलाल

Update: 2024-04-10 08:20 GMT

बक्सर: सदर अस्पताल के पैथोलॉजी में जांच नहीं होने से मरीजों को बाहर जांच कराना पड़ रहा है. इससे मरीजों का आर्थिक दोहन होता है. सू्त्रों का कहना है कि यहां की मशीनों को जांच बूझकर बंद रखा जाता है.

ताकि दलालों के सहारे बाहर से जांच कराई जाये. मशीनों को खराब करने वाले सदर अस्पताल में अपना वर्चस्व रखने वाले दलाल है. जो मरीजों को बरगलाकर बाहर ले जाते है. सदर अस्पताल के कर्मियों ने नाम नहीं बताने के शर्त पर बताया कि जब भी कोई प्रसूता महिला आती है. उसके पीछे दलाल लग जाते है. साथ ही उस मरीज को बहला-फुसलाकर निजी अस्पताल में ले जाते है. वहां जमकर दोहन होता है.

जब प्रसूता की हालत काफी खराब हो जाती है. तो पुन प्रसूता को सदर अस्पताल भेज दिया जाता है. यह सब डॉक्टरों के सामने होता है. परंतु उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है. बल्कि और उनका समर्थन दिया जाता है. पीड़ित मरीजों का कहना है कि जब भी किसी मरीज को रेफर किया जाता है. उस समय एंबुलेंस के पास दलालों का जमघट लग जाता है. हद तो यह है कि दलाल सदर अस्पताल के अंदर ही मौजूद रहते है. एक कर्मी ने यहां तक कहा कि डीएस के चेंबर में दलाल बैठे रहते है. जो सदर अस्पताल के जांच लैब, दवाईयों से लेकर प्रत्येक विभाग के डॉक्टर व कर्मियों को नियंत्रित करते है. यदि कोई फोन करता है. तब उसका जवाब दलाल ही देता है. इस संबंध में पूछने पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. संजय सिंह ने सही जवाब नहीं दिया.

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