जर्जर भवन और डॉक्टर की कमी से बेहाल है अस्पताल का हाल, रोगियों का नहीं हो पाता है इलाज

Update: 2023-01-28 10:30 GMT

कटिहार न्यूज़: जिले के रेफरल अस्पतालों का हाल बेहाल है. 22 पंचायत वाले बरारी प्रखंड में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए बने रेफरल अस्पताल में रोगियों के लिए नाममात्र है. दरअसल चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के अभाव में व जर्जर भवन के कारण केवल कागज पर ही रेफरल अस्पताल चल रहा है.

बरारी प्रखंड में एकमात्र रेफरल अस्पताल है. जिसका भवन पूरी तरह से जर्जर है. केवल ओपीडी का संचालन ही यहां हो पा रहा है. रेफरल अस्पताल में एमबीबीएस का 4 स्वीकृत पद में सभी पद खाली है. सर्जन और एनेस्थिसियन के कमी के कारण ऑपरेशन थियेटर और उसका सामान बेकार हो रहा है. बरारी में सीएचसी के लिए नया भवन बनाया गया. लेकिन पीएचसी का लाभ भी सही तरीके से लाभ मिल रहा है. सरकारी स्तर पर बरारी में पीएचसी स्वीकृत है लेकिन यहां पर सीएचसी यानि 30 बेड वाला भवन का अस्पताल बनाया गया. पीएचसी को चालने के लिए एमबीबीएस के चार स्वीकृत पदों में एक ही पद एमबीबीएस चिकित्सक है. वह भी प्रभारी पद पर कार्यरत हैं. सीएस, डीएम, जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में उनका दिन गुजर जाता है. भवानीपुर में कार्यरत एक महिला चिकित्सक को और एक दंत चिकित्सक तथा चार इंटर्नशीप वाले चिकित्सक की मदद से बरारी पीएचसी और रेफरल अस्पताल में रोगियों को स्वास्थ्य सेवा दी जा रही है. बरारी प्रखंड में चार अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है. जिसमें सेमापुर, सिमुतला, सूजापुर, बकिया सुखाय, मोहनाचांदपुर के भवानीपुर एडिशनल पीएचसी शामिल है. इन अस्पतालों में पांच डाक्टरों का पद है लेकिन एक ही चिकित्सक भवानीपुर एपीएचसी में कार्यरत है. जिन्हें भी बरारी पीएचसी में प्रतिनियुक्त किया गया है. आरबीएसके में दो सहित बरारी प्रखंड में छह आयुष चिकित्सकों का पद है.

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