सीमावर्ती गांवों में हो रहा है नशा का कारोबार

नशे की गिरफ्त में आ रहे युवा

Update: 2024-04-07 07:38 GMT

सिवान: बिहार और यूपी की सीमा पर नशे का धंधा लगातार बढ़ता जा रहा है. इसकी गिरफ्त में कम उम्र के नैनीताल भी आ रहे हैं. हालांकि पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम को हमेशा छापेमारी और जांच का आदेश दिया गया है.

पुलिस की माने तो इन सीमावर्ती इलाकों से शराब की कई बड़ी खेप बरामद किया है. साथ ही इससे जुड़े आरोपियों को भी जेल भेजा है. एक अनुमान के मुताबिक विगत तीन महीना में करीब 32 लोगों को जेल भेजा जा चुका है. वही करीब 10 लाख से अधिक की शराब भी बरामद की गई है. सीमावर्ती इलाकों में शराब के साथ-साथ मादक पदार्थ,नशीली दवाएं, कफ सिरप बेची जा रही हैं. करीब आधा दर्जन जगहों पर ब्राउन शुगर, गांजा, अफीम, चरस,नशीली दवा, कफ सिरप, और शराब शामिल है.थानाअध्यक्ष बिकास कुमार सिंह का कहना है कि इस मामले में पुलिस सूचना मिलने के बाद गंभीरता से जांच करती है. पुलिस जांच में कई लोगों को जेल भेजा जा चुका है.

सीमावर्ती गांवों में हो रहा है नशा का कारोबार थाना क्षेत्र में लगातार बढ़ते मादक पदार्थों और शराब कारोबार से जहां लोगो में आक्रोश है. वही आरोपियों द्वारा यूपी के सटे इलाकों से सीमावर्ती क्षेत्रों से इसका कारोबार किया जाता है. जहां से आरोपी आसानी से शराब, मादक पदार्थ, नशीली दवाएं लेकर प्रवेश कर जाते हैं. इनमे श्रीकरपुर, सोहगरा, सोनहुला, सेमाटार, वजीदही, डरैला, बेलौर, बेलौरी, चिलमरवा गांव के इलाके शामिल है.

पुलिस व उत्पाद विभाग करती है सघन जांच: थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस और उत्पाद विभाग द्वारा लगातार सघन जांच और छापेमारी की जाती है. पुलिस सीमावर्ती क्षेत्र के चिन्हित जगहो पर भी लगातार जांच और सघन करवाई करती है. बावजूद शराब तस्करों और मादक पदार्थ से जुड़े आरोपियों के हौसले सातवें आसमान पर हैं. उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि लगातार विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है. कहीं से भी लापरवाही नहीं बढ़ती जाएगी

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