ग्रामीण क्षेत्रों में चरमरा रही पेयजल आपूर्ति
भीषण गर्मी के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजलापूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा रही
भागलपुर: तापमान का पारा इन दिनों 43 डिग्री को पार कर रहा है. चमड़ी झुलसाने वाली धूप व गर्म हवा के थपेड़ों से जनजीवन की परेशानी बढ़ गई है. इस भीषण गर्मी के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजलापूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा रही है.
यों तो लोगों को शुद्ध जलापूर्ति के उद्देश्य से सरकारी स्तर से हर घर नल जल योजना चलाई जा रही है. सरकारी आंकड़ों में शत प्रतिशत घरों में लक्ष्य के अनुरूप कनेक्शन दे दिया गया है. लेकिन, इसका समुचित लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. लोग अभी भी निजी स्तर से ही जलापूर्ति की व्यवस्था करते हैं. कई वार्डों में नल जल योजना का जल मीनार हाथी का दांत साबित हो रहा है. नल प्वाइंटों तक पानी नहीं पहुंच रहा है. लोगों के मुताबिक हर घर नल जल योजना के तहत दिन में - घंटे सुबह शाम जलापूर्ति की जाती है. लेकिन, कहीं कोई समस्या आने पर हफ्ते तक जलापूर्ति बाधित रहती है. लोगों की यह भी शिकायत रहती है कि कहीं-कहीं नल से गंदा पानी निकलता है व यह पीने लायक नहीं रहता है.
ग्रामीणों ने बताया कि गांव के अधिकतर चापाकल खराब हो चुके हैं. कुछ चापाकलों से काफी मशक्कत के बाद पानी निकल रहा है. नल जल योजना से भी उन्हें पानी नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि उनके समक्ष अब पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न होने लगी है. रानी- , रानी-, रानी-, फतेहा, चिरंजीवीपुर, रसीदपुर आदि पंचायतों के ग्रामीणों ने कहा कि उनके यहां जिन वार्डों में घर-घर नल प्वाईंट लगाए भी गए हैं तो वहां पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही है.
ग्रामीणों ने कहा कि कुछ जगहों पर सुबह में घंटे भर के लिए नल जल योजना का बोरिंग चलाकर पेय जलापूर्ति की महज खानापूरी की जा रही है.कहा कि सभी पंचायतों में खराब सरकारी चापाकल की मरम्मती की प्रक्रिया शुरू कराई गई है.