संस्कृत का अलख जगाने वाले डॉ. गौरीनाथ भास्कर नहीं रहे

Update: 2023-05-12 14:11 GMT

गोपालगंज न्यूज़: जिले के जाने माने संस्कृत के प्रकांड विद्वान व सरस्वती संस्कृत उच्च विद्यालय के संस्थापक प्रधानध्यापक रहे डॉ. गौरीनाथ मिश्र भास्कर नहीं रहे. वे 82 साल के थे.

वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे. उनका इलाज शहर के एक निजी नर्सिंग होम में चल रहा था. अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं. उनके अनुज अग्निशेखर जिले के वरिष्ठ पत्रकार हैं. परिवार में पत्नी समेत चार पुत्र व अन्य हैं. उनका दाह संस्कार सिमरिया घाट पर होगा. उनके निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वामपंथी चिंतक व शिक्षाप्रेमी डॉ. भगवान प्रसाद सिन्हा ने कहा कि डॉ. गौरीनाथ मिश्र भास्कर ने जिले में संस्कृत शिक्षा का व्यापक प्रचार प्रसार किया. वे सरस्वती संस्कृत उच्च विद्यालय के संस्थापक प्रधानाध्यापक थे. इसके अलावा जिले के अन्य संस्कृत विद्यालयों की स्थापना में भी इन्हें श्रेय दिया जाता है. उन्होंने संस्कृत को रोजगार की भाषा बनाया. उनकी बदौलत जिले में आज सैकड़ों संस्कृत शिक्षक हैं. वे मूल रूप से मधुबनी जिले के हरिपुर बख्शी टोल के निवासी हैं. लेकिन, बेगूसराय को अपनी कर्मभूमि बनाया. उन्होंने संस्कृत से हिंदी व हिंदी से संस्कृत पुस्तकों का अनुवाद भी किया.

उनके निधन से जिले ने संस्कृत का प्रकांड विद्वान खो दिया. इसकी भरपाई असंभव है. उनके निधन पर शिक्षक नेता डॉ. सुरेश प्रसाद राय, एमआरजेडी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अशोक कुमार सिंह, स्वामी विवेकानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के निदेशक अरविंद चौधरी, विकास विद्यालय के राजकिशोर सिंह, बाइट कंप्यूटर के संजय कुमार, शिक्षक नेता दिवाकर सिंह आदि ने भी शोक संवेदना प्रकट की है.

Tags:    

Similar News

-->