आफत बनी आसमानी कहर, बिहार में ठनका गिरने से एक दिन में 7 लोगों की मौत

बिहार में मानसून सक्रिय होने के बाद से आंधी-तूफान, बारिश और वज्रपात का कहर जारी है।

Update: 2022-06-25 05:25 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार में मानसून सक्रिय होने के बाद से आंधी-तूफान, बारिश और वज्रपात का कहर जारी है। राज्य में अलग-अलग जगहों पर ठनका गिरने से शुक्रवार को 7 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा मोतिहारी में तीन लोगों की जान गई। इसके अलावा सीवान, बेतिया, शेखपुरा और औरंगाबाद में भी आकाशीय बिजली के कहर से एक-एक शख्स की मौत हो गई।

पूर्वी चंपारण जिले में शुक्रवार शाम मौसम की मार देखने को मिली। पहाड़पुर थाना इलाके के पूर्वी सिसवा में मलदहिया गांव में ठनका की चपेट में आने से विधवा मां और उसके 17 साल के बेटे की मौत हो गई। वहीं, मधुबन के गोपालपुर गांव में भी शुक्रवार को बारिश के दौरान ठनका गिरने से एक बच्चा जान गंवा बैठा। यहां एक भैंस की मौत भी हुई।
सीवान जिले के दरौंदा थाना इलाके में आकाशीय बिजली गिरने से एक किशोर की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से झुलस गया। इसके अलावा बेतिया, शेखपुरा और औरंगाबाद जिले में भी एक-एक व्यक्ति की जान गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को वज्रपात की वजह से जान गंवाने वाले मृतकों के परिजन के प्रति गहरी संवेदना व्यक्ति की। सीएम ने कहा कि इस आपात घड़ी में सरकार उनके साथ है। उन्होंने अधिकारियों को मृतकों के परिजन को तुरंत चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने लोगों से खराब मौसम के दौरान सावधानी बरतने की अपील की।
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