38 हजार पशु पालकों को रोज दो लाख का फायदा, जिले में सुधा दूध की खपत 36 हजार

Update: 2023-04-26 10:51 GMT

नालंदा न्यूज़: कम्फेड ने नालंदा के दूध उत्पादकों को बड़ी राहत दी है. जबकि, खरीदारों की पॉकेट पर बोझ भी बढ़ाया है. सुधा दूध की कीमतों में तीन से चार रुपया का इजाफा कर दिया गया. साथ ही दुग्ध समितियों में दूध बेचने वाले किसानों को अब प्रति लीटर औसतन चार से पांच रुपया अधिक कीमत मिलेगी. नयी दर लागू होने से जिले के पशुपालकों को रोज करीब दो लाख 20 का फायदा होगा. जबकि, खरीदारों को हर दिन करीब एक लाख 74 हजार रुपए अधिक खर्च करने होंगे.

कीमतों में की गयी बढ़ोतरी होगी. सुधा गोल्ड की कीमत प्रति लीटर 59 से बढ़ाकर 62 रुपया कर दिया गया. सुधा शक्ति 51 से बढ़कर 54 रुपए हो गया. गाय के दूध की कीमत 48 से बढ़कर 52 रुपया हो गया है. जबकि, आधा लीटर घी की कीमत 295 से बढ़कर 315 यानी 20 रुपए की बढ़ोतरी की गयी. 200 ग्राम पनीर अब 75 की जगह 85 रुपया तो 100 ग्राम का बटर 48 की जगह 56 रुपया में मिलेगा. थोड़ी राहत यह कि फिलहाल दही, लस्सी, पेड़ा व अन्य मिठाई उत्पादक के दाम नहीं बढ़े हैं. ऐसी पूरी संभावना है कि आने वाले दिनों में इनके भी दाम बढ़ सकते हैं.

50 हजार लीटर उत्पादन तो 36 हजार खपत नालंदा में सुधा डेयरी की 700 दूध समितियां हैं. इससे करीब 38 हजार पशुपालक जुड़े हैं. 18 से 19 हजार पालक अभी समितियों को दूध की आपूर्ति करते हैं. औसतन हर दिन 50 से 55 हजार लीटर दूध संग्रह वर्तमान में हो रहा है. 55 हजार लीटर दूध की कीमत औसतन चार रुपया की बढ़ोतरी होने पर करीब दो लाख 20 हजार रुपया पालकों को अधिक मिलेगा. जबकि, सुधा डेयरी 10 हजार तो नालंदा डेयरी करीब 26 हजार लीटर दूध जिले में रोज बेचती है. यानी 36 हजार लीटर के औसतन 4 रुपया अधिक दाम वसूलने पर डेयरी को एक लाख 44 हजार रुपया अधिक मिलेगा. इसके अलावा पनीर, घी, बटर समेत अन्य प्रोडक्ट की बिक्री भी की जाती है.

हर दिन दूध का उत्पादन 50 से 55 हजार लीटर

जिले में दुग्ध समितियां 700

समितियों से जुड़े पशुपालक 38 हजार

जिले में सुधा दूध की खपत 36 हजार

सुधा दूर की कीमत (प्रति लीटर)

प्रोडक्ट पहले अब

सुधा शक्ति 51 54

सुधा गोल्ड 59 62

गाय का दूध 48 52

टोंड दूध 46 49

टी स्पेशल 45 48

घी (आधा लीटर) 295 315

बटर (100 ग्राम) 48 56

पनीर (200 ग्राम) 75 85

नयी दर लागू होने से दुग्ध समितियों से जुड़े पशुपालकों को अधिक फायदा मिलेगा. हालांकि, गर्मी की वजह से फिलहाल दुग्ध उत्पादन में गिरावट हुई है. समितियों से ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ने और सरकार की योजनाओं को लाभ देने के लिए सर्वे कराया जा रहा है. -चन्देश्वर राय, इंचार्ज, बिहारशरीफ दूध शीतल केन्द्र

2.25 से 6 रुपया तक का इजाफा

नयी दर लागू होने से पशुपालकों को प्रति लीटर दूध की गुणवत्ता के आधार पर 2.25 से छह रुपया तक अधिक मिलेगा. पहले समितियों द्वारा न्यूनतम 29 रुपए 75 पैसे एक लीटर दूध की कीमत दी जाती थी. अब 32 रुपया मिलेगा. जबकि, पहले अच्छी क्वालिटी के दूध का दाम अधिकतम 70 रुपया था, अब भी 70 रुपया ही तय किया गया है.

ऑटोमेटिक मशीन से क्वालिटी की जांच

समितियों में दूध की क्वालिटी की जांच ऑटोमेटिक मशीन से की जाती है. फैट के आधार पर कीमत तय की जाती है. इतना ही नहीं पांच फीसदी से ज्यादा दूध में पानी की मात्रा मिलायी जाती है तो मशीन उसकी जांच नहीं करती है. बल्कि, रिजेक्ट कर देती है.

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