बिहार में कोरोना का कहर, एनएमसीएच में 110 डॉक्टर समेत 229 नए मरीज मिले, IGIMS में आज से शुरू होगी जीनोम सिक्वेंसिंग
पटना में कोरोना ने तेज रफ्तार पकड़ ली है। रविवार को 110 डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी सहित कुल 229 कोरोना मरीज मिले हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पटना में कोरोना ने तेज रफ्तार पकड़ ली है। रविवार को 110 डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी सहित कुल 229 कोरोना मरीज मिले हैं। जिले में अब कुल सक्रिय कोरोना संक्रमितों की संख्या 634 हो गई है। इस बीच इंदिरा गांधी इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (आईजीआईएमएस) सोमवार से जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू करने जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि हाल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग के सम्बन्ध में आदेश दिए थे। इसके पहले बिहार से नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए नई दिल्ली स्थित 'नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल' भेजा जाता था। आईजीआईएमएस में इसके लिए मशीन पहले से उपलब्ध है। अब रिएजेंट भी मंगा लिया गया है। उन्होंने बताया कि सौ तरह के रिएजेंट्स की जरूरत है। एक साइकिल में 96 नमूनों तक की जांच हो सकती है। सात के बाद परिणाम मिलते हैं। इसमें तीन-चार ऐसे नमूने भी लगाए जाते हैं जो पहले से चेक होते हैं ताकि परिणामों के सही होने की पुष्टि की जा सके। इन्हें नियंत्रित नमूना (कंट्रोल सैंपल) कहते हैं।
उन्होंने बताया कि एक साइकिल में करीब 15 लाख रुपए का खर्च आता है। चाहे इसमें एक नमूने की जांच की जाए या 96 नमूनों की। रिपोर्ट के लिए एक सप्ताह का समय लगता है। उन्होंने बताया चूंकि एक साइकिल में निश्चित सीमा तक ही नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग की जा सकती है इसलिए उनका चयन कई पैमानों के आधार पर किया जाता है। जैसे मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री और हाई वायरल लोड।
कई डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित
बिहार में मिले संक्रमितों में एनएमसीएच के 84 जूनियर और एमबीबीएस डॉक्टर, एम्स पटना के पांच डॉक्टर व 10 स्वास्थ्यकर्मी, पीएमसीएच के चार डॉक्टर, दो स्वास्थ्यकर्मी, आईजीआईसी में तीन डॉक्टर, दो स्वास्थ्यकर्मी समेत पांच संक्रमित शामिल हैं। आईजीआईसी के निदेशक डॉ. सुनील कुमार, उनके पुत्र व एक अन्य चिकित्सक पॉजिटिव पाए गए हैं। जीजीएस अस्पताल सिटी के हेल्थ मैनेजर भी संक्रमित मिले हैं।
एनएमसीएच में संक्रमित डॉक्टर हाल ही में आईएमए के राष्ट्रीय सेमिनार नैटकॉन में शामिल हुए थे। कार्यक्रम का आयोजन एसके मेमोरियल हॉल और बापू सभागार में हुआ था।
पीएमसीएच में हुई 2017 जांच में 12 लोग संक्रमित मिले। उनमें से माइक्रोबायोलॉजी विभाग की दो महिला डॉक्टर समेत तीन डॉक्टर शामिल हैं। वहीं एम्स पटना में 5956 जांच में कुल 31 लोग संक्रमित मिले। उनमें 15 एम्स के ही चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं।
एनएमसीएच में हड़कंप
रविवार रात एनएमसीएच में आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट आने से कॉलेज में हड़कंप मच गया है। अस्पताल में 194 की जांच की गई थी। जिसमें 84 जूनियर व एमबीबीएस डॉक्टर संक्रमित पाए गए हैं। अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है। सोमवार को अन्य छात्रों की जांच कराई जाएगी।