टूटी सड़कों का हाल बेहाल, दो साल में नहीं बनी सड़कें

Update: 2023-05-17 07:05 GMT

मोतिहारी न्यूज़: दो वर्ष बाद भी बाढ़ से जर्जर हुयी सड़कों का हाल आज भी बेहाल है. जहां प्रखण्ड के दो मुख्य मार्गों में दो बड़े बड़े पुल भी ध्वस्त हो गए हैं. जिनसे प्रखण्ड के करीब नौ पंचायतों की बड़ी आबादी अपने हाल पर है. जिसमें जनता चौक से शीतलपुर रेल ढाला तक बाढ़ से टूटी सड़क निर्माण सौ दिन चले ढाई कोस को चरितार्थ कर रहा है. समय पर मॉनसून आ गया तो फिर भगवान मालिक हैं.

वहीं शीतलपुर ढाला से बुच्चा होते हुए बंजरिया की सीमा पड़कुइया गांव तक करीब दस किमी के बीच के दर्जनों गांवों का मुख्य रास्ता अब बचा ही नहीं है. इससे भी बुरा हाल सपहां के विशुनदेव सहनी के घर से लक्ष्मीपुर के प्रभु राय के घर तक करीब एक किमी सड़क बाढ़ में गायब हो गया था. जिसके बाद शीतलपुर ढाला से करमवा रघुनाथपुर पथ में महुआनी के समीप मुख्य मार्ग पर करीब सवा करोड़ रुपये से बना पुल वर्ष 20 में ही ध्वस्त हो गया. पर आजतक उसपर किसी सरकारी अधिकारियों की नजर ही नहीं पड़ी. जिसके बाद नकरदेई से मोतिहारी मुख्य पथ में बरनहिया पुल के दक्षिणी छोर पर पुल ध्वस्त हो गया. जिससे चारपहिया वाहनों का आना जाना बाधित हो गया है.जिससे रामगढ़वा से मोतिहारी आने जाने का एकमात्र मुख्य मार्ग पर पुल टूट जाने से अब करीब बीस किमी की दूरी अतिरिक्त तय करना पड़ रहा है.मुसवामठ से लेकर लक्ष्मीपुर गांव तक का चार किमी सड़क का निर्माण ध्वस्त होने के बाद नही हुआ.

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