भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता पर CM से फरियाद, 'गंदे गंदे गाने बजाए जाते हैं...प्लीज कुछ कीजिए सर'
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janata Darbar In Patna) में बेगूसराय से आए एक फरियादी नें भोजपुरी फिल्मों में बढ़ती अश्लीलता (Obscenity In Bhojpuri Films) की शिकायत की.
जनता से रिश्ता। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janata Darbar In Patna) में बेगूसराय से आए एक फरियादी नें भोजपुरी फिल्मों में बढ़ती अश्लीलता (Obscenity In Bhojpuri Films) की शिकायत की. फरियादी ने कहा कि सर भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता बढ़ती जा रही है. मूर्ति विसर्जन में भी गंदे-गंदे गाने बजाए जा रहे हैं. 2010 में भी इसे लेकर मैंने आवेदन दिया था.
जनता दरबार में पहुंचे फरियादी ने सीएम से गुहार लगाते हुए कहा कि भोजपुरी फिल्मों में बढ़ती अश्लीलता को रोकने के लिए, सेंसर बोर्ड को कुछ नियम बनाने चाहिए. साथ ही फरियादी ने बताया कि उसने 2010 में भी इसकी शिकायत की थी लेकिन उसकी बातों को अनसुना कर दिया गया था.
"सर भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता बढ़ गई है. पूजा के दौरान भी फूहड़ गाने बजाए जाते हैं,और डांस भी वैसे ही किया जाता है. इसे रोकने के लिए सेंसर बोर्ड को कुछ नियम बनाने चाहिए."- बेगूसराय से आए फरियादी
फरियादी की फरियाद सुनने के बाद सीएम ने तुरंत चीफ सेक्रेटरी को फोन लगाया. नीतीश कुमार ने चीफ सेक्रेटरी से कहा कि इस फरियादी के पास भोजपुरी फिल्मों में बढ़ती अश्लीलता को रोकने को लेकर कुछ सुझाव है, उसे सुन लीजिए और यथासंभव कदम उठाकर कार्रवाई कीजिए.
"चीफ सेक्रेटरी साहब जरा देखिए, बक्सर से एक व्यक्ति आए हैं, कह रहे हैं भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता रोकने के लिए कुछ सुझाव है जिसपर कानून बनाया जाए, ऐसा कोई नियम तो नहीं है, लेकिन फिर भी एक बार आप इनकी बात सुन लीजिए."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
बता दें कि आज से 4 दिवसीय महापर्व छठ (Chhath) की शुरुआत हो रही है. छठ पर्व के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार लगा है. सीएम शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, आईटी, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, वित्त विभाग, श्रम संसाधन विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं.
सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के कारण ही रजिस्ट्रेशन कराने के बावजूद लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. जनता दरबार के बाहर बड़ी संख्या में ऐसे लोग पहुंच रहे हैं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन एक से डेढ़ महीना पहले करवा लिया है लेकिन अभी तक जनता दरबार के लिए बुलावा नहीं आया है.