बिहार के जिलों में शीतलहर जारी, घर में ही रहें सुरक्षित, मौसम विभाग की सलाह
बिहार के अधिकतर शहरों का न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे हैं। एक दो जिलों को छोड़ दें तो रात का तापमान दस डिग्री से नीचे आ गया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार के अधिकतर शहरों का न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे हैं। एक दो जिलों को छोड़ दें तो रात का तापमान दस डिग्री से नीचे आ गया है। पटना और गया का न्यूनतम पारा 9.2 डिग्री रहा। पछुआ हवा चलने के चलते ठंड बढ़ी है। अगले दो दिनों तक प्रदेश के कुछ भागों में कोल्ड डे जैसी स्थिति रह सकती है। इस बीच मौसम विभाग ने आमलोगों और पशुपालकों तक के लिये सतर्कता संदेश जारी किया है। लोगों को बिना जरूरी काम के घर से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। गर्म कपड़े पहनने और गर्म पानी के सेवन की सलाह दी गई है। साथ ही फसलों और मवेशियों को ठंड से बचाने के लिये उचित उपाय करने की अपील की गई है।
मौसम विज्ञान केद्र पटना के अनुसार राज्य भर में मौसम शुष्क बना हुआ है। पछुआ हवाएं लगातार प्रवाहमान हैं। इस वजह से अधिकतम तापमान में लगातार गिरावट जारी है। दिन भर ठंड की वजह से लोग रजाई में दुबके रहे। सड़कों पर वाहन फॉग लाइट के भरोसे धीरे-धीरे सरकते रहे। पटना में विमान और रेल सेवाओं पर मौसम का भारी असर रहा। दिन के साढ़े दस बजे के बाद पटना में पहला विमान उतर सका। दिन भर में दर्जन भर विमान लेट रहे।
सबसे सर्द रात पूसा की रही
पटना का अधिकतम तापमान बुधवार को 15.6 डिग्री, गया का 21.4 डिग्री, भागलपुर का 16.4 जबकि पूर्णिया का 17.4 डिग्री सेल्सियस रहा। दरभंगा का अधिकतम तापमान 16.8 डिग्री जबकि सुपौल में 18.9 डिग्री रहा। राज्य भर में सबसे सर्द रात पूसा में रही, जहां न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री रहा। जबकि सबसे ठंडा दिन बक्सर में रहा, जहां अधिकतम तापमान 14.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। फारबिसगंज में एक डिग्री, सबौर में एक डिग्री, बांका में 0.7 डिग्री, भागलपुर में 0.3 डिग्री, शेखपुरा में 0.7 डिग्री, वैशाली में 1.7 डिग्री, पटना में 1.2 डिग्री, सारण में 0.5 डिग्री पारा नीचे आया।
ये बरतें सावधानी
-ठंडी हवा के संपर्क में आने से बचें
-नियमित रूप से गर्म पेय का सेवन करें
-शराब बिल्कुल न पीयें
-हाथ या पैर गुनगुने पानी से धोयें
-कंपकंपी को नजरंदाज न करें। यह ठंड लगने का संकेत है।
पशुपालकों के लिये
-पशुओं को शेड के भीतर रखें
-खाने में प्रोटीन और खनिज को बढ़ाएं
-गेहूं के दाने गुड़ के साथ पशुओं को नियमित रूप से दें
-रात में मवेशियों को खुले में न रखें