गया न्यूज़: जिले के बेलागंज थाना क्षेत्र से अपह्रत 18 वर्षीय युवक ऋषभ कुमार को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस ने ऋषभ को किडनैप कर फिरौती मांगने के आरोप में एक युवती समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी पटना के गर्दनीबाग इलाके से की गई है. वहीं, किडनैपर गिरोह का सरगना प्रीतम बाढ़ का रहने वाला है. एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि ऋषभ की किडनैपिंग हनी ट्रैप के तहत की गई थी. उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने एक युवती का इस्तेमाल करके ऋषभ को पहले उससे इंस्टाग्राम पर दोस्ती कराई, फिर उसे झुठे प्यार के जाल में फंसा कर पटना के संपतचक से अपहरण कर लिया.
पटना जाने की बात कह कर घर से निकला था ऋषभ पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, ऋषभ 30 जून को घर से यह कह कर निकला था कि वो पटना जा रहा है, लेकिन वो रात तक घर नहीं लौटा. वहीं, एक तारीख को ऋषभ के फोन से ही उसके घर पर फोन आया और फिरौती की रकम के रूप में 50 लाख रुपये मांगी गई और साथ में चेतावनी दी गई कि रकम नहीं मिलने पर उसकी हत्या कर दी जाएगी. इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए एसआईटी की टीम गठित कर जांच शुरू कर दी.
इंस्टाग्राम पर चैट कर ऋषभ को मिलने बुलाया जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि अपह्त युवक इंस्टाग्राम के माध्यम से एक युवती से पिछले कुछ दिनों से बात कर रहा था और उसी युवती ने उसे मिलने के लिए पटना बुलाया था. इस बीच युवती ने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर ऋषभ का अपहरण कर लिया. पुलिस ने जांच के दौरान इंस्टाग्राम के चैट को खंगाला तो युवती का फोटो लिया गया. इसके बाद गया पुलिस ने पटना पुलिस व एसटीएफ के सहयोग के अलावा आम नागरिकों से भी लड़की के बारे में जानकारी जुटाई. इतना ही नहीं, पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला तो एक अन्य अभियुक्त बाइक से लड़की को ले जा रहा था.
पटना के गर्दनीबाग में पुलिस ने किया रेड सीसीटीवी से मिले साक्ष्य के बाद पुलिस ने पटना पुलिस और एसटीएफ के साथ मिलकर गर्दनीबाग से युवती को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. हिरासत में युवती ने स्वीकार करते हुए कहा कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर ऋषभ को हनीट्रेप करके बुलाया और अपने सहयोगियों के साथ मिलकर अपहरण किया.पुलिस ने पकड़ी गई युवती के निशानदेही पर गर्दनीबाग पहुंची, जहां अपह्त युवक को छुपाया गया था. इसके बाद पुलिस ने अपह्त युवक को गर्दनीबाग से बरामद किया.
पहले भी ऋषभ को बुलाया गया था
पुलिस जांच में पता चला कि ऋषभ को 30 जून से पहले भी एक बार इंस्टाग्राम पर चैट के माध्यम से युवती ने बुलाया था, लेकिन किसी कारणवश युवक उस दिन नहीं जा सका था. पुलिस ने बताया कि यह एक पूरा गैंग है जो ऐसे ही हनीट्रेप के जरिए पहले भी कई युवकों को अपने पास बुलाने का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी थी, लेकिन ऋषभ के मामले में युवती उसे बुलाने में सफल रही.
युवती के अलावा पकड़े गए अन्य तीन युवक
पुलिस ने जिस जगह से अपह्त युवक को बरामद किया, वहीं से तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार युवकों में पंडारक थाना क्षेत्र निवासी प्रीतम कुमार, गर्दनीबाग थाना क्षेत्र निवासी रौशन कुमार और बेऊर थाना क्षेत्र निवासी शुभम कुमार शामिल था. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए तीनों युवकों में पूरे कांड का मास्टरमाइंड प्रीतम था, जिसके कहने पर युवती ने ऋषभ को प्रेमजाल में फंसाया था.
जिम ट्रेनर प्रीतम ही था पूरे कांड का मास्टरमाइंड
पुलिस ने अनुसंधान में पाया कि इस पूरे मामले में प्रीतम ही मास्टरमाइंड था. प्रीतम जो एक जिम ट्रेन के रूप में काम करता था, वह गर्दनीबाग इलाके में अपने अन्य साथियों के साथ रहता था. उसी जगह पर युवक को छुपाकर रखा गया था. पुलिस ने बताया कि प्रीतम जहां जिम ट्रेनर था, उसी जिम में पटना में रहने के दौरान ऋषभ जाया करता था, जहां उसकी दोस्ती प्रीतम से हुई थी. फिर कुछ दिनों के बाद प्रीतम दूसरे जिम का ट्रेनर हो गया, जहां उसकी दोस्ती उस युवती से हई, जिसने प्रीतम के कहने पर ऋषभ को इंस्टाग्राम पर चैट करके मिलने बुलाया. पुलिस ने बताया कि अभी पकड़े गए सभी आरोपियों की और जानकारी गर्दनीबाग पुलिस से मांगी गई है.
इस मामले का खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कृत किया जाएगा. एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि ऋषभ को बरामद करने में गया पुलिस ने सराहनीय कार्य किया है. इस टीम में विधि व्यवस्था डीएसपी खुर्शीद आलम, बेलागंज थाना अध्यक्ष उपेंद्र प्रसाद सिंह, चाकंद थाना अध्यक्ष मोहन प्रसाद सिंह, एसआई रविरंजना, टेक्निकल सेल के राजेश कुमार, ददन प्रसाद, सिपाही मणिकांत दुबे व पटना पुलिस व एसटीएफ की टीम शामिल रहे.