रहिका के बसौली में अब नहीं लग रहा पशु मेला

Update: 2023-07-11 07:14 GMT

मधुबनी न्यूज़: प्रखंड के बसौली गांव में अब पशुओं का मेला नहीं लगता है. करीब दो दशक पूर्व तक वहां जिले का बड़ा पशु मेला लगता था. मेले में बिहार के विभिन्न जिलों के साथ नेपाल से भी लोग अपने गाय, बैल,भैंस आदि लेकर आते थे. किसान अपनी पसंद एवं बजट के हिसाब से एक ही जगह पर जरूरत के पशुओं को खरीदते थे. जो अब विलुप्त हो गया है.

कृषि के यांत्रीकरण के कारण मेला में पशुओं का आना बंद हो गया है. जबकि करीब दो दशक पूर्व राज्य स्तर के किसान और पशुपालक व्यापारी आते थे. अब दरभंगा जयनगर एन एच में सड़क किनारे पशु मेला की भूमि खाली पड़ी है. रहिका सीओ राम प्रवेश प्रसाद ने बताया कि इस मेला की रेवन्यू डाक भी अब नही होती है. चार वर्ष पूर्व तक कुछ बैल और भैंस की बिक्री होता था.

और को सुबह से शाम तक सैकड़ों की संख्या में पशुओं का कारोबार होता था. पशुओं की बिक्री नहीं होने से पशुओं को बसौली हाट (मेला) पर पशुपालक लाना छोड़ दिया. किसान मिथलेश ने बताया कि बसौली पशु मेला वर्षों से उपेक्षित होकर बंद है. किसानों ने बताया कि पशुपालन करने वाले लोग एवं कृषि यंत्र होने से बैल की बिक्री कम हो गया. पशुपालन क्षेत्र में गिरावट होने से पशुओं मेला अब नहीं लगता है.

डायवर्सन की मरम्मत की उठ रही मांग

लौकही-अंधरामठ सड़क में भगवानपुर से आगे खरक नदी के कटे डायवर्सन की मरम्मत का काम अब तक शुरू नहीं किया गया है. इस मार्ग से आवागमन बाधित हो गया है. तीन दिन पूर्व नदी में बाढ़ आने पर डायवर्सन कट गया था. यहां पुल निर्माण चल रहा है. ग्रामीणों ने निर्माण एजेंसी और अधिकारियों से शीघ्र इसकी मरम्मत कराने की मांग की है.

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