जाति आधारित गणना: पूरे जिले में सवा तीन लाख परिवार करते हैं गुजर-बसर

Update: 2023-01-24 07:19 GMT

बक्सर न्यूज़: सूबे में 7 जनवरी से शुरू जाति आधारित गणना का कार्य संपन्न हो गया. जिसमें जिले में सवा तीन लाख परिवार होने की उम्मीद है. हालांकि देर शाम तक गणना की अंतिम रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो सकी थी. जाति आधारित गणना की प्राप्त 98 प्रतिशत रिपोर्ट के मुताबिक जिले में परिवारों की संख्या 3,16,827 हैं. यह आंकड़ा कमोबेश पहले से अनुमानित परिवारों की संख्या के समकक्ष है. जाति आधारित गणना का कार्य दो चरणों में संपन्न होगा. प्रथम चरण में मकानों व परिवारों की गणना की गई है.

दूसरे चरण में जाति के आधार पर लोगों की गिनती की जाएगी. इस वर्ष अप्रैल के प्रथम सप्ताह में दूसरे फेज की प्रक्रिया प्रारंभ होगी. अनुमानित आंकड़ा के समतुल्य परिवारों की संख्या वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर परिवारों का अनुमान लगाया गया था. जिसमें वर्ष 2022 में बक्सर जिले में कुल परिवारों की अनुमानित संख्या 3,21,974 बताई गई थी. प्रथम चरण में कुल सर्वेक्षित परिवारों की संख्या 3,16,827 है. हालांकि इस आंकड़ा में अभी डेढ़ प्रतिशत गणना शेष रह गया है. वर्ष 2011 जनगणना में जिले की आबादी भारत सरकार द्वारा वर्ष 2011 में संपन्न कराए गए जनगणना कार्य में बक्सर जिले की जनसंख्या 17,06,352 बताई गई थी. जिसमें से 8,87,977 पुरुष व 8,87,977 महिलाएं थीं. परंतु साल-दर-साल के अनुमानित ग्रोथ रेट के अनुसार वर्ष 2023 में कुल आबादी 20.80 लाख बताई गई है. इससे पहले 2001 की जनगणना के अनुसार जिले की कुल आबादी 14,02,396 थीं. जिले में चल रही जाति गणना के अनुसार परिवार की संख्या में 15 से 20 प्रतिशत वृद्धि होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. इस तरह मकान व पारिवारों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. हालांकि गणना कार्य से संबंधित पदाधिकारी अभी कुछ भी स्पष्ट बताने से परहेज कर रहे हैं.

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